चाइल्ड राइट्स फाउंडेशन की पहल पर 17 महीने से दिल्ली में बंधक राँची की नाबालिग लड़की का रेस्क्यू किया गया….
राँची।राजधानी राँची की एक बेटी को 17 महीने तक दिल्ली में बंधक बनाकर घरेलू काम कराया जा रहा था।नाबालिक लड़की को चाइल्ड राइट फाउंडेशन राँची,दिल्ली पुलिस ,महिला आयोग दिल्ली,शक्ति वाहिनी एनजीओ के सहयोग से गुरुवार को मुक्त कराया गया है। इस सम्बंध में AHTU थाना राँची में प्राथमिकी दर्ज कराया गया था।नाबालिग लड़की को दिल्ली में जबरन घर में बंधक बनाकर के रखा गया था। 17 महीने से उनको किसी भी प्रकार का पैसा का भी भुगतान नहीं किया गया था।इस नाबालिग लड़की की रेस्क्यू में सामाजिक कार्यकर्ता बैधनाथ कुमार,चंदन कुमार और चाइल्ड राइट्स फाउंडेशन राँची की मुख्य भूमिका रही है।लड़की को दिल्ली से राँची लाया जायेगा।लड़की धुर्वा थाना क्षेत्र की रहने वाली है।
बता दें नाबालिग कि बहन जो धुर्वा इलाके में रहती है।उन्होंने राँची एसएसपी,सिटी एसपी,हटिया डीएसपी और चाइल्ड राइट्स फाउंडेशन राँची को पत्र लिखकर नाबालिग बहन को दिल्ली से बरामद कराने की अपील की थी।आवेदन में बताया था कि 06 दिसम्बर 2021 को सीठियों रोड की रहने की सुमन नाम की महिला जिसका मोबाइल 9341×+++82 एवं सत्यम लोहरा स्थायी पता भरनो बेड़ो के निवासी उसकी बहन को ले जाकर 03 दिन कहीं रखे थे एवं उसके बाद उसकी बहन को चुपके से दिल्ली ले गये।कुछ दिनों पहले मेरे 82106××××× पर मोबाइल 931×××××405 से मेरी बहन का कॉल आया एवं बतायी कि मैं आदर्श नगर शनिचरिया रोड सी-7 दिल्ली में काम करती हूँ। मुझे घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता है, घर के मालिक लोग कहीं बाहर जाते हैं तो मुझे घर में बंद करके जाते है।इस संबंध में उन्होंने धुर्वा थाना में शिकायत भी दर्ज करायी है।नाबालिग की बहन ने मानव तस्कर सुमन एवं सत्यम एवं अन्य अभियुक्तों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर बहन को मुक्त कराने और न्याय दिलाने की अपील की थी।
इधर आवेदन के बाद चाइल्ड राइट्स फाउंडेशन राँची के बैद्यनाथ कुमार ने शक्ति वाहिनी दिल्ली के अध्यक्ष को पत्र लिखकर कार्रवाई कर नाबालिग लड़की की बरामदगी की अपील की।उसके बाद दिल्ली पुलिस के सहयोग से लड़की को बरामद कर लिया है।