Ranchi:रिम्स में आउटसोर्सिंग में काम कर रहे नर्स और टेक्निशियन,सीएम आवास का घेराव करने जा रहे थे,पुलिस ने मोरहाबादी मैदान में रोका
राँची।मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने निकली आउटसोर्स नर्सों को मोरहाबादी मैदान के पास रोक दिया गया है।बताया गया कि कोरोना काल के दौरान एनएचएम के सौजन्य से विज्ञापन निकाला गया था।मैन पावर की सप्लाई का जिम्मा टी एंड एम सर्विसेज कंसलटिंग लिमिटेड को दिया गया था।कंपनी के माध्यम से रिम्स में 749 लोगों को नियुक्त किया गया था।इनमें स्टाफ नर्स (ग्रेड-A), मल्टी परपस वर्कर, एनएसथीसिया टेक्निशियन, लैब टेक्नीशियन, स्वीपर और सिक्योरिटी गार्ड की नियुक्ति हुई थी।कार्य आदेश(वर्क आर्डर) में अंकित था कि इन्हें न्यूनतम तीन माह और अधिकतम 1 साल तक के लिए काम पर रखा जाएगा।इनकी सेवा की अवधि 10 अगस्त को खत्म हो रही है।इस बाबत रिम्स चिकित्सा अधीक्षक की ओर से सेवा समाप्ति को लेकर पत्र जारी किया गया है।इससे नाराज छात्रों ने आज मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने का निर्णय लिया है
लेकिन मोराबादी मैदान के समीप प्रोटोकॉल के तहत पुलिस ने आगे जाने से रोक दिया जिससे गुस्साए नर्सिंग छात्राओं के द्वारा रोड पर ही भीड़ लगाकर प्रदर्शन किया।मौके पर सिटी डीएसपी दीपक कुमार ने पहुंचकर नर्सिंग के छात्राओं को समझाया और एक सदस्य टीम बनाकर मिलने की बात कही।लेकिन छात्राओं का आक्रोश थमा नहीं है उनका कहना है।कोविड-19 पीरियड में अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना के मरीजों का देखभाल और समुचित इलाज किया।लेकिन इधर सरकार ने तुगलकी फरमान जारी कर सभी को काम से हटा दिया गया है इस कारण अपनी व्यथा को सुनाने मुख्यमंत्री आवास जा रहे थे।बीच मे पुलिस ने रोक दी है।