कुख्यात मानव तस्कर पन्नालाल के मामले सहित अन्य मानव तस्करी मामलों की जांच करेगी NIA
झारखंड में मानव तस्करी के मामले की जांच एनआईए के द्वारा की जाएगी। एनआईए मुख्यालय ने झारखंड के बड़े मानव तस्कर माने जाने वाले पन्नालाल के खिलाफ दर्ज मामले की अनुसंधान टेकओवर करने की गुजारिश झारखंड पुलिस से की है। बीते साल जुलाई महीने में पन्नालाल को खूंटी से गिरफ्तार किया गया था। तब से वह जेल में बंद है। गौरतलब है कि पन्नालाल के खिलाफ झारखंड की हजारो महिलाओं, नाबालिगों को महानगर में प्लेसमेंट एजेंसियों के जरिए बेचने का आरोप है। पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस मुख्यालय जल्द ही पन्नालाल से संबंधित केस एनआईए को सौंपेगी।
करोड़ों की संपत्ति की है अर्जित
झारखंड में मानव तस्करी के किंगपिन पन्नालाल की संपत्ति करोड़ों में है। उसने रांची, खूंटी से लेकर दिल्ली तक में जमीन खरीदी है। यह खुलासा पुलिस मुख्यालय द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट में हुआ था। पुलिस ने पन्नालाल की संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव भी ईडी को भेजा है। बीते हफ्ते राज्य पुलिस मुख्यालय में डीजीपी की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी। इस बैठक में भी सहमति बनी है कि नए सिरे से संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव ईडी को भेजा जाए। पुलिसिया रिपोर्ट के मुताबिक, खूंटी के मुरहू निवासी पन्नालाल ने खूंटी माहिल रोड में 1.27 एकड़ व फुदी में 2.54 एकड़ जमीन खरीदी है। अरगोड़ा में भी 35 एकड़ जमीन है। यहीं हाउसिंग कॉलोनी में 80 डिसमिल जमीन उसने एमओयू कराया है। उसने रांची- हुटार रोड में 5.12 एकड़ और दिल्ली में 50 गज जमीन खरीदी है। उसके पास फॉच्र्यूनर व आई टेन कार है। पन्नालाल के छह बैंक खातों की भी जानकारी मिली है। ये खाते रांची, खूंटी व दिल्ली में हैं।
कहां कितने ममाले दर्ज
पन्नालाल के खिलाफ खूंटी में छह, जगन्नाथपुर में एक, मुरहू में दो व दिल्ली में मानव तस्करी का एक मामला दर्ज है। मानव तस्कर पन्नालाल खूंटी के मुरहू थाना क्षेत्र के गानालोया गांव का रहने वाला है। उसकी सक्रियता झारखंड के अलावा छत्तीसगढ़ और ओड़िसा में भी रही है। झारखंड पुलिस के रिकार्ड के मुताबिक साल 2002 में पन्नालाल दिल्ली गया था। वहीं से वह मानव तस्करी रैकेट का हिस्सा बना। साल 2006 में मानव तस्करी के मामले में उसकी गिरफ्तारी दिल्ली से झारखंड पुलिस ने की थी।
गांव से महानगरों तक सम्पत्ति
पन्नालाल मूल तौर पर खूंटी जिले के गनालोया गांव का रहने वाला है. लेकिन रांची समेत देश की दूसरी जगहों में उसने अकूत संपत्ति हासिल की है.
पन्नालाल ने मानव तस्करी का नेटवर्क झारखंड, ओडिशा से दिल्ली और देश के कई नगरों-महानगरों तक तक फैला रखा है. और इस काम में उसकी पत्नी समेत परिवार के कई लोग जुड़े हैं.
जानकारी के मुताबिक उसकी भाभी को भी पुलिस ने मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था. जबकि पन्नालाल की पत्नी गापची (सुनीता) देवी और भाई भी इस काम में उसे सहयोग करते हैं. साथ ही खूंटी, चाईबासा, सिमडेगा के कई स्थानीय लोग उसके सहयोगी है. इनमें महिलाएं भी शामिल हैं. लिहाजा झारखंड पुलिस भी उसे मानव तस्करी का किंगपिन मानती है.
दस सालों की मेहनत सफल होगी: बैद्यनाथ कुमार
सालों से मानव तस्करी के खिलाफ और बच्चों के लिए काम करने वाले और पन्नालाल की गिरफ्तारी में मुख्य भूमिका निभाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता बैद्यनाथ कुमार कहते हैं कि पन्नालाल की गिरफ्तारी के साथ ही उसे सजा दिलाया जाना जरूरी है. पन्नालाल के केस एनआईए के पास जाने से दस सालों की मेहनत सफल होती दिख रही है। इससे पहले भी वह जेल से निकलने में कामयाब रहा है. बैद्यनाथ कहते हैं कि जेल से बाहर आने के बाद भी वह मानव तस्करी का जाल फैलाने में ही जुटा रहा था. बैद्यनाथ कुमार ने ही उच्च न्यायालय में पन्नालाल की सम्पत्ति को ईडी से अटैच करने के लिए याचिका दायर की थी। बैद्यनाथ कुमार ने ही पन्नालाल की सच्चाई दुनिया के सामने लाई थी।