मेनरोड हिंसा: 4 थानाें में 11 हजार के खिलाफ दर्ज हुई थी प्राथमिकी,38 काे जेल भेजकर बांकी के खिलाफ कार्रवाई करना भूली राँची पुलिस

–हिंसा के बाद 4 थानाें में दर्ज की गई थी 23 प्राथमिकी, 29 नामजद और 11950 अज्ञात काे बनाया गया था आराेपी
–चाैक-चाैराहाें पर लगाया गया था उपद्रवी का पाेस्टर, 30 मिनट बाद ही फाेटाे में त्रूटी बताकर पाेस्टर हटा ली थी पुलिस

राँची।राजधानी राँची में 10 जून 2022 काे मेन राेड में हुए हिंसा के बाद 4 थानाें में 29 नामजद और 11950 अज्ञात के खिलाफ 23 प्राथमिकी ताे दर्ज की गई थी लेकिन अबतक 38 उपद्रवी काे ही पुलिस जेल भेज पाई है। डेली मार्केट थाना में 12, लाेअर बाजार में 9, हिंदपीढ़ी में एक और काेतवाली में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। डेली मार्केट थाने में दराेगा सुमीत कुमार भगत के लिखित आवेदन के आधार पर 22 नामजद और 8-10 हजार के अज्ञात के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की हुई थी।वहीं अंचलाधिकारी अमित भगत के बयान पर 2 प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

कांड संख्या 17/2022 में 22 नामजद और 8-10 हजार अज्ञात काे अभियुक्त बनाया गया था।जबकि कांड संख्या 18/2022 में 5 नामजद और 45-50 अज्ञात काे अभियुक्त बनाया गया था। इसके अलावा गाड़ियाें में ताेड़फाेड़ और मंदिर पर पत्थरबाजी करने की बात कहते हुए 9 लाेगाें ने लिखित शिकायत की थी।जिसके आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की थी। वहीं लाेअर बाजार थाने में दराेगा जितेंद्र सिंह बिष्ट और एएसआई मदन मिश्रा के बयान पर 20 नामजद और 11200 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।इन दाेनाें पुलिस पदाधिकारी के अलावा मंदिर के पूजारी और चर्च राेड व काली मंदिर राेड में रहने वाले 7 लाेगाें ने महिलाओ के साथ छेड़खानी करने,घर में घुसने का प्रयास करने,घर पर पत्थरबाजी करने, गाेली-गलाैज करने का आराेप लगाते हुए लिखित आवेदन दिया था। इनके द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर भी प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

हिंदपीढ़ी थाना में 500 और काेतवाली थाने में 200 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने में जितनी तत्परता दिखाई, आराेपियाें काे गिरफ्तार करने में उतनी ही उदासीनता दिखाई है।हिंसा के बाद 9 महीने का समय बीत गया।लेकिन अबतक पुलिस 5 प्रतिशत उपद्रवी काे भी नहीं गिरफ्तार कर पाई है। 38 उपद्रवी काे जेल भेजने के बाद बाकि के खिलाफ कार्रवाई करना ही राँची पुलिस भूल गई है।

डेली मार्केट थाने में इन्हें बनाया गया था नामजद आराेपी

मो. शरफराज, कैफी, नदीम अंसारी, शहबाज, मो. तबारक, मो. शाहिल, माे. माेदस्सिर, मो. शुफियान, शबीर अंसारी, मो. उसमान, तबारक, मो. अफसर, शद्दाम हुसैन, माे. सदाब आलम, मो. अजीम, मो. शद्दाम, जमाल गद्दी,माजीद आलम, खालीद उमर, नकीब उर्फ मिन्दु, मुन्ना गद्दी,सद्दाम गद्दी,अरविंद ओझा, ललित ओझा,संजय जयसवाल, वरूण साहु,अशाेक पुराेहित।

लाेअर बाजार थाने में इन्हें बनाया गया था नामजद आराेपी

मो.सरफराज, मो. अजीम, नदीम अंसारी, शहबाज, मो. तबारक, मो. अफसर, मो. माेदस्सिर, सबीर अंसारी. मो. सुफियान, सद्दाम हुसैन, माे. उसमान, तबारक, माे. साहिल, कैफी, जमाल गद्दी, खालिद उमर, मुन्ना गद्दी, सद्दाम गद्दी, माे. सदाब आलम और माे. अनीश

पुलिस ने गिरफ्तारी में नहीं दिखाई रूची,कोर्ट से कई आराेपी ले चुका है जमानत

प्राथमिकी दर्ज हाेने के बाद भी पुलिस लंबे समय तक आराेपियाें काे गिरफ्तार करने में काेई खास रूची नहीं दिखाई। शुरूआती दिनाें में उपद्रवियाें की पहचान के लिए सार्वजनिक जगहाें पर पुलिस पाेस्टर ताे लगवाई थी लेकिन 30 मिनट बाद ही उसे हटा लिया गया था। इसके बाद उपद्रवियाें का सत्यापन और छापेमारी जारी हाेने की बात कही गई। हालांकि लंबे समय तक पुलिस उपद्रवियाें काे गिरफ्तार नहीं कर पाई जिसकी वजह से कई आराेपी काेर्ट से जामनत ले लिया। हिंसा का समय 9 महिने बीत जाने के बाद भी पुलिस उपद्रवियाें का सत्यापन करने में ही जुटी हुई है।

10 जून 2022 काे हुए कांड का सारांश

–नुपूर शर्मा के गिरफ्तारी की मांग पर जुमे की नमाज के बाद शुरू हुआ प्रदर्शन।
–जुलूस की शक्त में उपद्रवी पहुंचे मेन राेड।
–डेली मार्केट के समीप भीड़ काे पुलिस ने किया राेकने का प्रयास।
–नारेबाजी करते हुए भीड़ अलबर्ट एक्का चाैक की ओर जबरन बढ़ा।
–टैक्सी स्टैंड के समीप पहुंचते ही उपद्रवियाें ने हनुमान मंदिर पर शुरू किया पत्थरबाजी।
–पुलिस ने राेकने का प्रयास किया ताे उनपर भी कर दिया हमला।
–उपद्रवियाें के पत्थर से डेली मार्केट थानेदार का फटा सिर।
–सिटी एसपी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी जान बचाकर भागे।
–उपद्रव की सूचना पर पहुंचे एसएसपी पर भी किया हमला। जान बचाकर भागे।
–सड़क किनारे खड़े सभी गाड़ियाें काे उपद्रवियाें ने किया क्षतिग्रस्त।
–उपद्रवी काे नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने मेन राेड में चलाई 150 राउंड गाेली। धारा 144 लागू। इंटरनेट सेवा बंद।

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