#Madhyapradesh:बड़ा हादसा;सवारियों से भरी बस 30 फीट गहरी नहर में जा गिरी,40 लोगों की मौत,कई लापता,कई लोगों को बचाया गया.
मध्य प्रदेश के सीधी में रामपुर नैकिन थाना इलाके में मंगलवार सुबह 7:30 बजे एक बस 30 फीट गहरी नहर में जा गिरी। बस को क्रेन से बाहर निकाला गया, इसमें से 40 शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है। इनमें 21 पुरुष, 18 महिलाएं और एक बच्चा शामिल हैं। अब बहे लोगों की तलाश शुरू की गई है। संजय गांधी कॉलेज के सेवानिवृत्त प्रोफेसर हीरालाल शर्मा अपने व्यक्तिगत काम से सतना जा रहे थे, जिनकी मौत होने की भी खबर है।अभी तक उसकी कोई जानकारी नहीं है।आइजी उमेश जोगा ने यह जानकारी दी है। हादसे के तुरंत बाद तैरकर बाहर आ रहे 7 लोगों को ग्रामीणों ने बचा लिया था। सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है। उधर पीएम रिलीफ फंड से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख दिए जाएंगे व घायलों को 50 हजार रुपए।नहर इतनी गहरी है कि बस पूरी तरह उसमें डूब गई है, गोताखोरों और पुलिस प्रशासन ने बड़ी मशक्कत के बाद उसे पानी में खोज निकाला, क्रेन के जरिए बस को बाहर निकाला। बताया गया है कि बस में बघवार, चोरगढ़ी समेत आसपास के भी यात्री सवार थे। बस हादसे को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सीधी कलेक्टर से बात की है। सीएम ने आज भोपाल में होने वाली प्रधानमंत्री आवास योजना के गृहप्रवेशम कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। दो मंत्री तुलसीराम पटेल और रामखेलावन पटेल घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।
मिली जानकारी के मुताबिक बस सीधी से सतना जा रही थी, साइड लेने के दौरान वह सीधे सड़क किनारे नहर में जा गिरी। घटना के बाद पास के ग्रामीण और अन्य लोग बस में फंसे लोगों को बाहर निकालने में जुटे। मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए हैं। घटना की जानकारी लगते ही बस में सवार लोगों के परिजन भी मौके पर पहुंच रहें हैं मौके पर कोहराम मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि बस छुहिया घाटी में दो दिन से लगे जाम की वजह से अपने तय रूट से ना जाकर इस मार्ग से जा रही थी। यह भी बताया जा रहा है कि सुबह के समय बस आमतौर पर खाली रहती है, लेकिन आज परीक्षा होने की वजह से विद्यार्थी इसी बस में सवार होकर सीधी से सतना जा रह थे।
जबलनाध परिहार की बस
जानकारी अनुसार बस जबलानाथ परिहार ट्रैवल्स सिजहटा की है। जिसका नंबर एमपी 19 पी 1883 है। बस के मालिक कमलेश्वर सिंह हैं। बस का फिटनेस 2 मई 2021 तक है जिसका परमिट परिवहन विभाग से 12 मई 2025 तक के लिए जारी किया गया है। इस बस में सीधी बस स्टैंड से 38 टिकट बुक की गई थी। जो कि 80 किलोमीटर सफर तय कर हादसे का शिकार हो गई।
ये भी मौके पर:
घटना स्थल पर रीवा जोन आईजी उमेश जोगा, डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह, एसपी सीधी पंकज कुमावत, एसपी रीवा राकेश सिंह सहित भारी पुलिस बल और कलेक्टर सीधी सहित प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद है। सतना से भी 13 सदस्यीय होमगार्ड व एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची।
सीएम ने कहा- मैं अधिकारियों के संपर्क में हूं
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा- ‘सीधी से सतना जा रही बस के नहर में गिरने से हुए हादसे में कई अनमोल जिंदगियों के काल कवलित होने के समाचार से बहुत दु:ख हुआ। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान देने और लापता लोगों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं। मैंने सीधी कलेक्टर से दुर्घटना के मामले में बात कर रेस्क्यू ऑपरेशन तेज करने के निर्देश दिए हैं। नहर के जलस्तर स्तर को कम करने के लिए बाणसागर की ओर से आने वाले पानी को भी रोक दिया गया है। मौके पर एसडीआरएफ और प्रशासन की टीम मौजूद है। मैं सतत अधिकारियों के संपर्क में हूं।’
आज सुबह जिस वक्त लोग नींद से जागे भी नहीं थे, उस वक्त करीब 55 लोग एक बस में सवार होकर अपने अपने सपने को पूरा करने के लिए निकले थे। यह बात है मध्यप्रदेश के सीधी जिले की, जहां से चली बस सतना जिले की ओर अग्रसर थी। बस में 12 ऐसे यात्री भी सवार थे, जिनके सपने सतना में पूरे हो सकते थे।जिनके मन में मुट्ठी भर ख्वाब थे, दिल में उम्मीद और आंखों में चमक थी। वो रेलवे की परीक्षा देने जा रहे थे। लेकिन उस एक पल में सब ओझल हो गया, जब बस रामपुर नैकिन इलाके में बाणसागर नहर में जा गिरी। आपस में कुशलक्षेम पूछने वाली आवाजें अचानक बचाओ-बचाओ के चीत्कार में बदल गईं। कुछ आवाजें हमेशा के लिए खामोश हो गईं, तो कुछ ने जिंदगी का किनारा कर पकड़े रखा।
आखिरी मुलाकात …
जब से होश संभाला, तब से सुनहरे भविष्य के सपने देखने शुरू कर दिए। सपनों को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर दिया, परीक्षा पास करने के लिए जमकर मेहनत की। परीक्षा का दिन आया, तो सुबह-सुबह घर से कोई दही-शक्कर,तो मीठा खाकर और अपने बड़े-बुजुर्गों से सफल होने का आशीर्वाद लेकर निकल पड़े। तब न उन छात्रों ने सोचा था और ना ही उनके सिर पर हाथ रखने वाले अपनों ने कि अब जिस सफर पर वो जा रहे हैं, उससे कभी वापस नहीं लौटेंगे। बस यहीं तक का था साथ और यही हो जाएगी आखिरी मुलाकात।
मध्यप्रदेश के सीधी जिले में 54 यात्रियों को लेकर एक बस सतना जा रही थी। सीधी मार्ग पर छुहिया घाटी से होकर बस को सतना जाना था, लेकिन यहां जाम ज्यादा था, जिसके चलते चालक ने रूट बदल लिया। वह नहर के किनारे से बस ले जा रहा था। यह रास्ता काफी संकरा था और इसी दौरान ड्राइवर ने संतुलन खो दिया, जिसके चलते बस खाई में गिर गई। बता दें कि झांसी से राँची के जाने वाला हाईवे सतना, रीवा, सीधी और सिंगरौली होते हुए जाता है। यहां जगह-जगह सड़क खराब और अधूरी है। इस वजह से यहां आए दिन जाम की स्थिति रहती है।
पलक झपकते बस नहर में गिर गई, नहीं मिला संभलने का मौका:
हादसे के चार घंटे बाद 11.45 बजे क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाला गया। नहर की गहराई 20 से 22 फीट बताई जा रही है। जिस वक्त हादसा हुआ, तब बहाव तेज था, लिहाजा यात्रियों को संभलने का मौका नहीं मिला। अब तक 40 शव निकाले जा चुके हैं। इस दर्दनाक हादसे के बाद सात लोगों को बचाया गया। जबकि ड्राइवर तैरकर बच निकला। उसे हिरासत में लिया है।