#LOCKDOWN BREAKING:बिहार के पटना जिला एक सप्ताह का लॉकडाउन,10 जुलाई से 16 जुलाई तक लॉक..
बुधवार को पटना में एक साथ कोरोना के 235 मरीज मिले जिसके बाद जिला प्रशासन ने लॉकडाउन लागू करने का फैसला लिया है।
पटना।बिहार की राजधानी में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर एक बार फिर से लॉकाडाउन लागू कर दिया गया है।फिलहाल ये 7 दिनों के लिए लागू किया गया है।इस बात को लेकर डीएम कुमार रवि ने आदेश जारी कर दिया है जारी आदेश के अनुसार 10 जुलाई से 16 जुलाई तक लॉकडाउन लागू रहेगा जिलाधिकारी के आदेश के अनुसार लॉकडाउन की अवधि के दौरान भारत सरकार और इससे संबंधित संस्थाएं और कार्यालय एवं पब्लिक कॉरपोरेशन बंद रहेंगें।
हालांकि आर्म्ड पुलिस फोर्स, ट्रेजरी,पब्लिक यूटिलिटीज की चीजें, जैसे- पैट्रोलियम, सीएनजी, एलपीजी पीएनजी इत्यादि जैसी सेवाएं जारी रहेंगी।इसी तरह आपदा प्रबंधन व ऊर्जा से संबंधित सेवाएं चालू रहेंगी।पोस्ट ऑफिस एवं नेशनल इन्फॉर्मेटिक सेंटर काम करते रहेंगे। हालांकि इस दौरान राज्य सरकार के भी सभी दफ्तर बंद रहेंगे,लेकिन, पुलिस, होमगार्ड जवान, सिविल डिफेंस, अग्निशमन एवं इमरजेंसी सेवाएं, आपदा प्रबंधन एवं चुनाव से जुड़े कर्मियों की सेवाओं पर रोक नहीं रहेंगी।
जिला प्रशासन ने ट्रेजरी, इलेक्ट्रिसिटी, वॉटर, सैनिटेशन (जहां स्टाफ की सेवाएं जरूरी होंगी) को लॉकडाउन से अलग रखा है। इस दौरान न्यायिक सेवाएं पटना हाई कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार चलेंगे।लॉकडाउन में हॉस्पिटल और इससे संबंधित एस्टेब्लिशमेंट्स, इसके उत्पादन एवं वितरण से जुड़ी इकाइयां (पब्लिक और प्राइवेट) दोनों चलती रहेंगी।डिस्पेंसरीज, केमिस्ट, मेडिकल इक्विपमेंट शॉप, लैबोरेट्री, क्लीनिक, नर्सिंग होम्स, एंबुलेंस सेवाएं इत्यादि पहले की तरह ही जारी रहेंगी।
वहीं व्यवसायिक एवं निजी इस्टेब्लिसमेंट बिल्कुल ही बंद रहेंगे।हालांकि इनमें राशन दुकान, सब्जी, डेयरी एंड मिल्क, मीट एंड फिश शॉप, एनिमल फ्रूट एंड वेजिटेबल की दुकानें सुबह 6:00 बजे से 10:00 बजे तक और शाम 4:00 बजे से 7:00 बजे तक खुली रहेंगी।हालांकि इस दौरान भी होम डिलीवरी के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
बैंक इंश्योरेंस ऑफिस खुले रहेंगे प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, टेलीकम्युनिकेशन, इंटरनेट सर्विसेज से संबंधित सेवाएं जारी रहेंगी।वहीं इस दौरान सभी धार्मिक स्थल एवं पब्लिक प्लेस बंद रहेंगे।बता दें कि बुधवार को पटना में एक साथ कोरोना के 235 मरीज मिले जिसके बाद जिला प्रशासन ने ये फैसला लिया है।