कोल्हान गवर्मेंट स्टेट फर्जी बहाली और पुलिस पर हमला मामला:17 लोगों को पुलिस ने गिरफ़्तार कर भेजा जेल,अन्य आरोपी पर कार्रवाई जारी है
राँची।झारखण्ड के पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चाईबासा के मुफ्फसिल थाना के पुलिस पर जानलेवा हमले करने के मामले में सोमवार को पुलिस ने 17 लोगों को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया है। वहीं,सोमवार की सुबह में जिला पुलिस के सैकड़ों जवानों ने शहर एवं कुर्सी गांव में फ्लैग मार्च भी किया। फ्लेग मार्च के दौरान तांबो चौक के पास एक घर से दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी।पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार भी कर लिया गया। गिरफ्तार दोनों युवकों में बडाचिरू गांव निवासी विकास बानरा एवं कांकुसी गांव के लादूबासा टोली निवासी लादू बारी है।दोनों युवक इस मामले के मुख्य आरोपी आनंद चातर के घर में कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट द्वारा पुलिस एवं शिक्षक बहाली से संबंधित कुछ कागजातों का मिलान कर रहे थे। लिहाजा पुलिस ने मौके पर ही दोनों को हिरासत में लिया। देर शाम इन युवकों से पूछताछ की जा रही थी। मुफस्सिल थाना प्रभारी पवन चंद्र पाठक ने बताया सोमवार की सुबह दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।वहीं, शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिये शहर के विभिन्न चौक- चौराहों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की तैनाती भी की दी गयी है। दूसरी ओर, तीर लगने से घायल जवान का जमशेदपुर के टीएमएच में सफल ऑपरेशन कर तीर निकाल दिया गया है। एसडीपीओ दिलीप खलखो ने उक्त जवान को अब खतरे से बाहर बताया है। उक्त जवान को 24 घंटे पहले तीर लगने के कारण सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिये टीएमएच रेफर कर दिया गया था। रविवार को तीर लगे अवस्था में ही उक्त जवान को एंबुलेंस से टीएमएच ले जाया गया था।
इधर नियोजनालय पदाधिकारी ने दूसरी ओर मजमा लगाकार थाने का घेराव करने एवं पुलिस पर जानलेवा हमला मामले में दो अलग- अलग मामले दर्ज किये किये हैं. मामले को लेकर जिला नियोजनालय पदाधिकारी आलोक कुमार टोपनो के बयान पर मुफ्फसिल थाना में 8 लोगों के खिलाफ तथा सदर अनुमंडल पदाधिकारी शशींद्र कुमार बड़ाईक के बयान पर 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।नियोजनालय पदाधिकारी ने सोनुवा के लोंजो निवासी गारदी सुंडी, आनंद चातर, बवेंद्र देवगम उर्फ सुखदेव देवगम, सुशील देवगम, झींकपानी के सूरजाबासा निवासी अर्जुन देवगम, सीआरपीएफ के कोबरा जवान अजय पाड़ेया, मुफस्सिल थाना के लादुराबासा निवासी समीर पाड़ेया उर्फ मार्शल पाड़ेया, मुफस्सिल थाना के कांकुसी निवासी हरिकृष्णा देवगम उर्फ हुडिंग बाबु एवं पूर्वी सिंहभूम जिला के आरआइटी थाना क्षेत्र के बंतानगर निवासी रंजीत बानरा को नामजद अभियुक्त बनाया है।
एसडीपीओ के नेतृत्व में हुई छापेमारी
दर्ज मामले में उन्होंने बताया है कि 23 जनवरी को सुबह सूचना मिली कि चाईबासा कोल्हान गवर्नमेंट स्टेट के नाम पर कुछ लोगों को बहला-फुसलाकर लादुराबासा स्कूल परिसर में सुबह 7 बजे से पुलिस और शिक्षकों की फर्जी बहाली का प्रमाण पत्र वितरण एवं प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सूचना पर एसडीओ, एसडीपीओ के नेतृत्व में पुलिस बल के द्वारा लादुराबासा पहुंचे. वहां पर कुछ लोग देखकर भागने लगे। उक्त सभी को खदेड़ कर पकड़ लिया गया. पूछताछ करने पर अपना नाम बताया।
प्रशासनिक तंत्र को विफल करने की कोशिश
इन लोगों के द्वारा असवैंधानिक क्रियाकलापों एवं गतिविधियों से देश की एकता, अखंडता एवं संप्रभुता पर खतरा उत्पन्न होने की संभावना है और जिला अंतर्गत विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न पैदा की जा सकती है और जिला के प्रशासनिक तंत्र को विफल करने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही जिला के शासन व्यवस्था को अपने हाथों में लेना चाहते हैं. कोल्हान प्रमंडल झारखंड राज्य के अधीन है।
नाजायज मजमा बनाकर घातक हथियार के साथ पहुंचे थे 500 ग्रामीण
वहीं, सदर अनुमंडल पदाधिकारी शशींद्र कुमार बड़ाईक ने भी 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. उन्होंने झींकपानी के सूरजाबासा निवासी महती देवगम उर्फ राम सिंह देवगम, हरिला निवासी मानकी आल्डा, बड़ा चीरू निवासी कुदराय देवगम, सूरजाबासा निवासी सूरजा देवगम उर्फ टिंकु, बिंगतोपांग निवासी लक्ष्मण देवगम, पांड्राशाली के किरी निवासी सिनु गोड्सोरा, पूर्वी सिंहभूम जिला के बागबेड़ा थाना क्षेत्र के एदेल झोपड़ी निवासी विजय हाइबुरू एवं चीरू बड़ा चीरू निवासी मानसिंह बारदा को नामजद आरोपी बनाया है. दर्ज मामले में उन्होंने बताया है कि सुबह गिरफ्तार किये गये लोगों की रिहाई करने एवं जब्त अभिलेखों की वापस करने की बात कर लेकर आनंद चातर के नेतृत्व में करीब 500 महिला-पुरुष नाजायज मजमा बनाकर लाठी, डंडा, तीर-धनुष, हसुआ एवं अन्य घातक हथियार से लैस एवं उग्र होकर मुफस्सिल थाना का घेराव कर गिरफ्तार लोगों की रिहाई करने की जिद करने लगे।
भीड़ के बीच आनंद चातर कर रहा था नेतृत्व
अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा है कि आनंद चातर भीड़ के बीच नेतृत्व कर रहा था तथा भीड़ को दबाव बना रहा था. नाजायम मजमा कर हथियार से लैस होकर पुलिस के व्यवस्था को संधारण के लिए तैनात पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला किया तथा सरकार की कार्यों को बाधा पहुंचाते हुए सरकारी वाहन को क्षतिग्रस्त किया गया. दर्ज मामले में उन्होंने बताया है कि लोगों को तितर-बितर करने के लिए आश्रु गैस के गोले छोड़े गये. टियर गेस कामेश्वर मुंडा के द्वारा 8 सेल तथा पुलिस बहादुर सिंह सरदार द्वारा 8 सेल एवं तीन हाथ गोला फायर किया गया।
थाना का मेन गेट तोड़ना चाहती थी भीड़
ग्रामीण थाना गेट को तोड़ने पर अमादा होने पर पुलिस द्वारा हल्का लाठी बल का प्रयोग किया गया. इसके बाद भी भीड़ पर कोई असर नहीं पड़ा और उग्र होकर लाठी, डंडा तथा तीर-धनुश चलाते हुए एसडीओ और पुलिस बल पर टूट पड़े. इस दौरान पुलिस ब्रजभूषण मिश्रा को तीर लग गया तथा सअनि अर्जुन कुमार सिंह, सर्वदेव राय आदि को तलवार से हमला कर दिया. जिससे वे लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गये. इसके अलावा थाना प्रभारी पवन चंद्र पाठक समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी व कंस्टेबल जख्मी हो गये।
खुद को खेवटदार नंबर- वन बताता है आनंद चातर
पश्चिमी सिंहभूम जिले के गावों में इन दिनों युवाओं की जुबान पर कोल्हान पुलिस में भर्ती की चर्चा आम है. कुछ लोगों को लग रहा है कि यह नियुक्ति झारखंड सरकार की ओर से की जा रही है. इसलिए ‘कोल्हान पुलिस’ में किसी गांव से 10, तो किसी से 20 लोग फॉर्म भर रहे है. लेकिन, वास्तविक पड़ताल में कुछ और ही कहानी सामने आयी है. पिछले चार माह से कोल्हान गवर्नमेंट ईस्टेट की ओर से कोल्हान पुलिस, मुंडा-मानकी एवं हो भाषा शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया चलायी जा रही है. खुद को कोल्हान का खेवटदार नंबर एक बताने वाले आनंद चातर एवं उनके कई सहयोगी इस प्रक्रिया में शामिल हैं. इस खेल का केंद्र मुफस्सिल थाना अंतर्गत सदर प्रखंड का लादुराबासा गांव का स्कूल परिसर और पास का मैदान है।
तीर- धनुष के बल पर करते थे भीड़ को नियंत्रित
गांव में कई युवा तीर-धनुष व लाठी लिए अभ्यर्थियों के भीड़ को नियंत्रित करते देखे गये हैं. भर्ती स्थल जाने वाले रास्ते, गांव के चौक पर भी दिशा-निर्देश के लिए युवाओं को तैनात किया गया था. आवेदन फॉर्म एवं नियुक्ति पत्र संबंधित अलग-अलग काउंटर बनाये गये थे. सैंकड़ों पुरुष व महिला अभ्यार्थी हाथ में अपने दस्तावेजों को लेकर पहुंचे हैं. 7 बजे से 3 साढ़े तीन बजे तक चलती थी बहाली प्रक्रिया।
साभार:पी के डिजिटल