Khunti:नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म,पाँच गिरफ्तार,सरायकेला से खूंटी अपनी बड़ी बहन के घर आई थी पीड़िता
खूँटी।झारखण्ड के खूँटी जिले में एक नाबालिग आदिवासी से पांच लड़कों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है।ये मामला मारंगहादा थाना क्षेत्र का है।पीड़ित ने महिला थाना में आवेदन देकर सामूहिक दुष्कर्म की जानकारी दी।इसके बाद पुलिस ने पॉक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।गैंगरेप की घटना को अंजाम देने वालों में चार नाबालिग हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता ने महिला थाना में दिए आवेदन में बताया कि वह सरायकेला से खूंटी अपनी बड़ी बहन के घर आई थी और पिछले एक महीने से यही रह रही थी।बताया कि 29 मई को वह घर से शौच के लिए निकली थी।इसी दौरान आरोपियों ने उसे पकड़ लिया और झाड़ियों में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
इस मामले में महिला थाना प्रभारी दुलार मनी टुडू ने बताया कि वारदात 29 मई की शाम की है, लेकिन पीड़िता ने 6 जून को महिला थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई है।शिकायत मिलते ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सोमवार को आरोपी जवरा पाहन को गिरफ्तार कर लिया।जबकि बाकी चार नाबालिग आरोपियों को मंगलवार को निरुद्ध किया गया है और बाल सुधार भेज दिया गया।थाना प्रभारी ने बताया कि सामुहिक दुष्कर्म के बाद पीड़ित बेहोश हो गई थी।देर शाम उसकी बहन ढूंढते हुए झाड़ी की तरफ गई जहां देखा कि वह बेहोशी की हालत में पड़ी मिली।बेहोशी के कारण पीड़िता थाने पहुंचकर शिकायत नहीं दर्ज करवा पाई। लेकिन होश आते ही उसने घटना की जानकारी दी।
बता दें 24 मई को भी इसी तरह की घटना कर्रा प्रखंड में भी हुई थी जहां एक नाबालिग से पांच आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। मामले में पांच जून की देर शाम जरियागढ़ थाना में पोक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। बच्ची ने पुलिस को बताया कि 24 मई को वह गांव के रिश्तेदार के भाई के साथ शादी समारोह में शामिल होने जरियागढ़ क्षेत्र में गई थी। शाम सात बजे वह गांव की दुकान में सामान खरीदने गई. वहीं से उसे लापुंग थाना क्षेत्र के दो आरोपी अपने तीन साथियों के साथ मिलकर उसे जबरदस्ती गांव के किनारे पोखरा के पास ले गए और गैंगरेप किया। मामला दर्ज होदने के बाद जरियागड़ पुलिस ने सभी पांच नाबालिग आरोपियों को लापुंग से निरुद्ध किया और बाल सुधार गृह भेज दिया।