छतीसगढ़:सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में झारखण्ड के रहने वाले सीआरपीएफ़ के असिस्टेंट कमांडेंट शहीद
राँची।छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शनिवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ की घटना बीजापुर जिले के बासागुड़ा थाना क्षेत्र के तिम्मापुर से लगे पुतकेल के जंगल में हुई है। पुलिस और नक्सली के बीच हुए मुठभेड़ में सीआरपीएफ़ के असिस्टेंट कमांडेंट एसबी तिर्की शहीद हो गए हैं। शहीद कमांडेंट झारखण्ड के रहने वाले है। मुठभेड़ में एक जवान भी घायल है।
सड़क मार्ग खुलवाने और सफाई की ड्यूटी के लिए निकला था गश्ती दल
मुठभेड़ की घटना जिले के तिम्मापुर में उस वक्त हुई, जब सीआरपीएफ की 168 वीं बटालियन का एक गश्ती दल सड़क मार्ग खुलवाने और सफाई की ड्यूटी के लिए निकला था. इसी दौरान नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी।
CRPF के जवानों ने भी नक्सलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया।जवानों और नक्सलियों के बीच लगभग आधे घंटे से ज्यादा जबरदस्त मुठभेड़ चली। इस मुठभेड़ में CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट एसबी तिर्की शहीद हो गए।
असिस्टेंट कमाडेंट शांति भूषण तिर्की मूल रूप से सिमडेगा के केसारी गोबरी टोली के निवासी थे. वर्तमान में वे रांची के डिबडीह में रह रहे थे. उनकी पत्नी का नाम पुष्पा तिर्की है. वह अपने पीछे पुत्र अनिकेत और पुत्री अनीशा को छोड़ गये हैं. उन्होंने साइंस में स्नातक किया था.उन्होंने 25 फरवरी 2003 में सीआरपीएफ को ज्वाइन किया था. 4 अगस्त 2018 को असिस्टेंट कमांडेंट के रूप में 168 बटालियन में उनकी पोस्टिंग हुई थी.