Jharkhand:सीसीएल कर्मी का शव जंगल से बरामद,सिर व गर्दन में किसी धारदार हथियार से हत्या की गई है
रामगढ़।झारखण्ड के रामगढ़ शहर के जारा बस्ती के समीप स्थित डोभागढ़ा जंगल में रविवार की सुबह खून से लथपथ एक व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई।उसके सिर व गर्दन में किसी धारदार हथियार से हत्या की गई है।शव मिलने की सूचना पर पहुँची रामगढ़ थाना पुलिस ने मृतक की पहचान उसके पैंट के पॉकेट से मिले पहचान पत्र के आधार पर भुरकुंडा ओपी क्षेत्र के सेंट्रल सौंदा हाथीदाड़ी निवासी सीसीएलकर्मी हसत राम के रूप में हुई है।पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजकर पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है।
मिली जानकारी के अनुसार मृतक हसत राम बरका-सयाल प्रक्षेत्र के उरीमारी भूमिगत खान 3/4 में कार्यरत था। वर्तमान में खान बंद होने के कारण उसे डिप्टेशन के तहत सौंदा बी साईडिग में ड्यूटी दी गई थी। यहां वह क्रशर के सुरक्षा में लगा था।बताया जाता है कि पिछले कई दिनों से वह ड्यूटी नहीं जा रहा था। मृतक शराब का आदी था। शराब पीकर पत्नी के साथ हमेशा नोंक-झोक व मारपीट होती थी। मृतक अपने पीछे पत्नी सहित दो पुत्र अरविन्द, ब्रजेश व एक पुत्री भूमि को छोड़ गया है।वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि मृतक शराब के नशे में तो जरूर रहता था लेकिन वह काफी शिक्षित था।
इधर रामगढ़ एसडीपीओ किशोर कुमार रजक खुद छानबीन में जुटे हैं। रविवार की दोपहर एसडीपीओ मृतक के घर सेंट्रल सौंदा हाथीदाड़ी पहुंचे। यहां उन्होंने मृतक की पत्नी को बताया कि उनके पति की हत्या हुई है। और उनका शव रामगढ़ जंगल में मिला है। उन्होंने मृतक की पत्नी अनिता देवी से हसत राम के बारे में जानकारी लेते हुए पूछताछ भी की।साथ ही मृतक के घर को भी पूरी तरह से खंगाला। एसडीपीओ मृतक के मोबाइल को खोजने में जुटे हैं। जांच के क्रम में मृतक के मोबाइल का अंतिम लोकेशन उसका घर के आसपास ही बता रहा है।
बताया गया कि मृतक हसत राम शराब का आदि था। वह 24 घंटे शराब के नशे में धुत रहता था। इसी कारण वह पूरी ड्यूटी नहीं कर पाता था। शराब पीने के कारण हसत राम का अपनी पत्नी के साथ सदैव नोक-झोक होता रहता था। बताया जाता है कि मृतक लाखों के कर्ज में डूबा हुआ था। कोयलांचल सहित क्षेत्र के सूदखोरों के चंगुल में फंसे रहने के कारण वह डिप्रेशन में भी रहता था।मृतक के बड़े पुत्र अरविद ने बताया कि शनिवार की सुबह 10 बजे मेरे पिता मम्मी को लेकर भुरकुंडा अस्पताल वैक्सीन लगाने के लिए गया था। वहां वैक्सीन नहीं मिलने पर मम्मी से ही वे 300 रुपये लेकर कहीं चले गए। शाम में पुन: घर लौटे और मोबाइल लेकर फिर चले गए। उसने बताया कि पिता शराब का भरपूर मात्रा में सेवन करते थे। साथ ही माँ-पिता के बीच हमेशा लड़ाई- झगड़ा होते रहता था।
रामगढ़ एसडीपीओ डीएसपी किशोर कुमार रजक ने बताया कि हसत राम की हत्या मामले की बारीकी से छानबीन की जा रही है। हर पहलू पर पुलिस पैनी नजर रखकर जांच में जुटी है। हत्यारा कितना भी शातिर क्यों न हो वह जल्द ही पुलिस के गिरफ्त में होगा।