Jharkhand:सात साल का बेटा इंतजार में था कि उसका पिता उठकर खड़ा होगा,सड़क दुर्घटना में पिता की मौत
गुमला।झारखण्ड के गुमला जिले के बिशुनपुर थाना क्षेत्र से मर्माहत करने वाली घटना सामने आई है।जहां जेहन गांव के समीप बुधवार की रात अज्ञात वाहन के धक्के से प्रखंड घाघरा मुख्यालय निवासी वीरेंद्र उरांव (35) की मौत हो गयी।बताया जा रहा है की वीरेंद्र अपने सात वर्षीय बेटा शिवा उरांव के साथ बुधवार की शाम बिशुनपुर स्थित हेलता गांव अपने मामा के घर जा रहा था।उसी दौरान जेहन गांव के समीप अज्ञात वाहन ने धक्का मार दिया।जिससे वह नाली में गिर कर बेहोश हो गया और रात भर वहीं पड़ा रहा।सुबह जब उस तरफ से लोग गुजर रहे थे।तब लोगों ने बेहोश पड़े युवक को देख कर 108 एंबुलेंस को सूचना दी। जिसके उपरांत 108 एंबुलेंस के माध्यम से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिशुनपुर लाया गया. जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर गुमला रेफर कर दिया।
इधर अस्पताल ले जाने के क्रम में घाघरा के समीप वीरेंद्र ने दम तोड़ दिया। थाना प्रभारी सदानंद सिंह ने कहा कि प्रथम दृष्टया में अज्ञात वाहन से धक्का लगना ही प्रतीत हो रहा है।पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पिता का उठने का इंतजार करता रहा बेटा :
इधर बताया गया कि मृतक विरेंद्र उरांव का बेटा शिवा उरांव घटना के उपरांत रात भर झाड़ी में छुप कर बैठा रहा।वह अपने पिता के उठ कर खड़ा होने का इंतजार करता रहा। परंतु सुबह होने तक वीरेंद्र नहीं उठा।मौके पर ग्रामीण पहुंचे।जिन्होंने बिशुनपुर पुलिस एवं 108 एंबुलेंस सूचना दी. इधर घटना के बाद भयभीत शिवा किसी को कुछ भी नहीं बता पा रहा था।विरेंद्र के घर में सिर्फ उसका बूढ़ा पिता मंगलू उरांव है।शिवा की माँ पांच वर्ष पूर्व अपने पति व बेटा को छोड़ कर कहीं भाग गयी है।इधर पिता की मौत के बाद शिवा के सिर से पिता का भी साया उठ गया।