झारखण्ड पुलिस अपने श्वान दस्ता को मजबूत करने के लिए खरीदेगा 22 श्वान; 9 बेल्जियन शेफर्ड और 13 लेब्राडोर की खरीद के लिए सीआईडी ने जारी किया टेंडर
राँची।झारखण्ड पुलिस अपने श्वान दस्ता को मजबूत करने के लिए तैयारी कर रही है। श्वान दस्ता में और नए 22 श्वान को जोड़ने के लिए सीआईडी झारखण्ड द्वारा टेंडर जारी किया गया है। झारखण्ड पुलिस 9 बेल्जियन शेफर्ड (मालिनोइस) और 13 लेब्राडोर की खरीद करेगी। नए 22 श्वान के जुड़ने से झारखण्ड पुलिस का श्वान दस्ता और मजबूत हो सकेगी। वर्तमान में झारखण्ड पुलिस के श्वान दस्ते में 16 श्वान है। जो अलग अलग जिलों में कार्यरत है। कई श्वान ज्यादा उम्र के होने व कुछ के अभियान में शहीद होने से झारखण्ड पुलिस को अपने श्वान दस्ते को बढ़ाने की जरूरत विगत कई वर्षों से महसूस हो रही है। इसके लिए पूर्व में भी श्वान खरीद के लिए टेंडर जारी किए गए थे। लेकिन विगत दो वर्षों से कोरोना संक्रमण व अन्य तकनीकी कारणों की वजह से श्वान की खरीद झारखण्ड पुलिस नहीं कर पा रही है। इस बार भी जारी टेंडर में जो शर्तें रखी गई है वह इतनी सख्त है कि 22 श्वान की खरीद हो पाएगी या नहीं यह कहना मुश्किल है।
उर्जावान नस्ल है बेल्जियन शेफर्ड (मालिनोइस)
अपनी फुर्तीली रफ़्तार, तेज दिमाग और शानदार धीरज और आक्रामकता के लिए जानी जाने वाली बेल्जियन मेलिनोइस दुनिया भर में विशेष बलों और सुरक्षा एजेंसियों के पसंदीदा श्वान है। वर्तमान में इस नस्ल के श्वान का इस्तेमाल भारतीय सुरक्षा बल जैसे सीआरपीएफ, कोबरा और आईटीबीपी और नक्सल विरोधी अभियानों में भी किया जाता है। झारखण्ड पुलिस भी इस नस्ल के श्वान की खरीद नक्सल विरोधी अभियानों के लिए कर रही है, ताकि श्वान दस्ता और बेहतर बन सके।
ये है टेंडर की शर्ते:
–लेब्राडोर और बेल्जियन शेफर्ड के बच्चे की उम्र चार से छह सप्ताह के बीच होनी चाहिए और प्योर ब्रीड होने चाहिए।
–सभी श्वान के बच्चे जेनेटिक बीमारियों मुक्त होने चाहिए।
–सभी बीमारियों से बचाव के लिए वैक्सीनेटेड होने चाहिए।
–अगर छह माह के दौरान किसी भी श्वान के बच्चे को कोई बीमारी होती है तो उसे फ्री अॉफ कास्ट बदलना होगा।
–ब्रीडर (श्वान सप्लायर) को भारत के किसी भी केनेल क्लब से निबंधित होना चाहिए।