#झारखण्ड के घाटशिला एसडीपीओ राज कुमार मेहता ने लिया सबर बहुल हलुदबनी गांव को गोद,गोद लेने के बाद शनिवार को पत्नी और बच्चों संग गांव पहुँचे थे

जमशेदपुर।जिला पुलिस मुख्यालय के निर्देश घाटशिला एसडीपीओ राजकुमार मेहता ने लिया एक गांव को गोद।अब अपने कर्तव्यों के साथ साथ अगल हटकर समाज में काम करने का बीड़ा उठाया है।श्री राजकुमार मेहता ने गालूडीह थाना क्षेत्र के हलुदबनी सबर बस्ती के उत्थान के लिए गोद ले लिया है। यह पहला मामला है जब इस इलाके में कोई पुलिस पदाधिकारी किसी गांव को गोद लिया हो।श्री मेहता यहां के सबरों को रोजगार देने से लेकर पढ़ाई,स्वास्थ्य सम्बन्धी आगे की रणनीति तैयार करने में जुटे हैं।गांव को गोद लेने के बाद शनिवार को एसडीपीओ अपने परिवार के साथ हलुदबनी गए तथा वहां की स्थिति से अवगत हुए।गांव में श्री मेहता ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के आदेश पर एक गांव को गोद लेना हैै। इसलिए उन्होंने इसी गांव को गोद लेने के लिए चयन किया।क्योंकि यहां सबर आदिम जनजाति के लोग है और इस सबर जनजाति आदिवासियों और इस गांव के उत्थान के लिए कई कार्य योजनाएं तैयार की जाएंगी। इसके लिए हर किसी से मदद ली जाएगी।

पत्नी और बच्चों संग गांव पहुंचे

एसडीपीओ राजकुमार मेहता अपनी पत्नी नयना कौर एवं बच्चों के साथ गांव पहुँचे और गांव के बच्चों को स्वेटर, चॉकलेट,बिस्कुट तथा युवाओं के लिए फुटबाॅल का वितरण किया। उन्होंने बताया कि गांव का विकास,शिक्षा,स्वास्थ्य व खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं लागू की जाएंगी। गांव में लाइब्रेरी खोली जाएगी तथा शिक्षा के लिए बच्चों के ट्यूशन की भी व्यवस्था की जाएगी।

सबर बच्चो को शिक्षित करना पहली प्राथमिकता-एसडीपीओ

पुलिस समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है:राजकुमार मेहता
एसडीपीओ ने कहा कि जिला पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर गांव को गोद लिया हूं बीहड़ गांवों को गोद लेने से गांव के ग्रामीणों से पुलिस का रिश्ता गहरा होगा। मैं हर 15 दिनों में इस गांव में आऊंगा।कोई भी समस्या होगी तो संबंधित विभाग से मिलकर उसका निदान करायेंगे।एसडीपीओ ने कहा कि अब पहली जैसी पुलिसिंग नहीं है।अब पुलिस समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।यह वास्तविक पुलिसिंग है।पुलिस भी समाज के अंग हैं। हमारे भी परिवार और बच्चे हैं।हम समाज से अलग नहीं हैं।सबर समाज के लोग अंतिम पायदान पर हैं।उनका उत्थान और विकास जरूरी है।इसीलिए इस गांव को गोद लिया ।सबर बच्चों को शिक्षित करना प्राथमिकता होगी।एसडीपीओ की पत्नी नैना कौर ने कहा कि गरीबों की मदद जरूरी है।गरीबों की मदद से बड़ा दूसरा कोई पुण्य का काम नहीं।

सबर खिलाड़ियों को एसडीपीओ ने दिया फुटबॉल

हलुदबनी के सबर युवा जो फुटबॉल खेलते हैं उन्हें एसडीपीओ राजकुमार मेहता ने फुटबॉल भी दिया।कहा कि जल्द जर्सी भी देंगे।सबर युवाओं से कहा कि हर दिन शाम में फुटबॉल जरूर खेले। खेल से मानसिक तनाव दूर होता है और शारीरिक मजबूती बढ़ती एसडीपीओ ने सबर युवाओं को खेल के साथ पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया।

80 से अधिक सबर बच्चों को पहनाया स्वेटर

एसडीपीओ अपनी पत्नी और बच्चों के साथ शनिवार को हलुदबनी के 80 से अधिक बच्चों को अपने हाथों से नया स्वेटर पहनाया।सभी बच्चों के बीच कॉपी,पेंसिल,रबरज़कटर के साथ विस्कुट,चॉकलेट भी दिया।सभी को साबुन भी दिया गया।वहीं बच्चों को एसडीपीओ,उनकी पत्नी,बेटी ने गोद में लिया और दुलारा-पुचकारा भी इस मौके पर काली राम शर्मा,अशोक महतो , धनंजय गोप,सबरों के प्रधान अरुण सबर,पोल्टू सबर,मसला सबर ,गोरा पलटन सबर समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

एसडीपीओ की दोनों बेटियों ने बच्चों को स्वेटर पहनाया

एसडीपीओ अपने परिवार के साथ पहुंच कर सबरों के बीच खुशियां बांटी।बड़ी बेटी सिमरन और छोटी बेटी राजमनी सबर बच्चों से घुल मिल गयी।दोनों बेटियां सबर बच्चों-बच्चियों को अपने हाथों से नया स्वेटर पहनाया।छोटे पुत्र मनप्रीत ने भी सबर बच्चों को स्वेटर पहनाया और बच्चो को चाकलेट बिस्कुट खिलाया।