Jharkhand:कुख्यात नक्सली महाराजा प्रमाणिक ने पुलिस के समक्ष किया सरेंडर,राँची में हो रही है पूछताछ !
राँची।झारखण्ड पुलिस के लिए चुनौती बना 10 लाख का इनामी कुख्यात नक्सली महाराजा प्रमाणिक का सरायकेला जिले के चांडिल पुलिस और ईचागढ़ थाना पुलिस के पास सरेंडर करने की खबर है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महाराजा प्रमाणिक बुधवार की रात में चांडिल क्षेत्र में देखा था।इसकी सूचना चांडिल पुलिस और ईचागढ़ पुलिस को मिली।सूत्रों के अनुसार जैसे सूचना महाराजा प्रमाणिक को सूचना मिली कि पुलिस उसके पीछे है।उसने चांडिल एसडीपीओ और ईचागढ़ पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है।बताया जा रहा है प्रमाणिक जान बचाने के लिए पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है।सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार नक्सली महाराजा प्रमाणिक से राँची में किसी गुप्त स्थानों पर पूछताछ की जा रही है।हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
बताया जा रहा है कि महाराजा प्रमाणिक कई जिले के पुलिस के अलावा खुफिया एजेंसी के संपर्क में था।गौरतलब है कि कोल्हान क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सरायकेला खरसावां, घाटशिला और चाईबासा के क्षेत्रों में नक्सली महाराजा प्रमाणिक पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ था।मूल रूप से महाराजा प्रमाणिक सरायकेला जिला के ईचागढ़ थाना क्षेत्र के दारूदा गांव का रहने वाला है।पुलिस महाराजा प्रमाणिक और उसके दस्ते को मार गिराने के लिए जंगलों में लगातार अभियान चला रही ह। लेकिन हर बार हुए मुठभेड़ में महाराजा प्रमाणिक बचकर निकलने में सफल हो रहता था।
संगठन ने महाराज प्रमाणिक और बैलुन सरदार को किया था निष्कासित
भाकपा माओवादी ने कुछ दिन पहले कुख्यात नक्सली महाराज प्रमाणिक और बैलुन सरदार को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।दक्षिणी जोनल कमेटी के प्रवक्ता अशोक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी थी। प्रेस विज्ञप्ति कहा गया था कि महाराज प्रमाणिक और बैलुन सरदार पुलिस के बड़े अधिकारियों से मिल कर षडयंत्र रच रहा है।दोनों संगठन करोड़पति बनने की लालच में संगठन के 40 लाख रूपये, एक एके 47, 150 गोलियां,9 MM की एक पिस्टल, मोबाइल ,टेबलेट और वाकी टाकी लेकर भाग गया है.बताया गया कि संगठन को इसकी जानकारी तब हुई जब महाराज प्रमाणिक बार-बार इलाज के बहाने कई बार बाहर गया और पुलिस के सम्पर्क में था।
महाराजा प्रमाणिक ने दिया है कई बड़े घटनाओं को अंजाम
25 मार्च 2019: राजधानी राँची के बरियातू थाना क्षेत्र में कई जगहों पर माओवादियों के नाम से पोस्टर चिपकाए गए थे।
12 अप्रैल 2019: पश्चिमी सिंहभूम के गोइलकेरा थाना क्षेत्र के कुइडा गांव में आईईडी विस्फोट कर वन विभाग के तीन भवनों को ध्वस्त कर दिया था.
2 मई 2019: सरायकेला जिला के खरसावां थाना क्षेत्र में देर रात बीजेपी का चुनावी दफ्तर को उड़ाया गया था।
20 मई 2019: सरायकेला जिला के खरसावां थाना के हुरंगदा जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में तीन जवान घायल हो गए थे. इस घटना को भी महाराजा प्रमाणिक के दस्ते ने अंजाम दिया गया था.
14 जून 2019: सरायकेला जिले के तिरुलडीह थाना क्षेत्र के कुकडू हाट बाजार में पांच पुलिसकर्मियों की हत्या करने में महाराजा प्रमाणिक भी शामिल था.
28 नवंबर 2019: सरायकेला के कुचाई में पुलिस और महाराजा प्रमाणिक के दस्ते के बीच मुठभेड़ हुई थी. जिसमें एक ग्रामीण को गोली लगी थी.
23 मई 2020: महाराजा प्रमाणिक के दस्ते के द्वारा सराइकेला के रायजामा गांव के मंगल सिंह सरदार और उसकी पत्नी की हत्या कर दी गयी थी.
7 फरवरी 2021: चाईबासा , सरायकेला खरसावां और खूंटी जिले की सीमा पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. इसमें एक जवान को गोली लगी. बताया जा रहा है महाराजा प्रमाणिक के दस्ते से पुलिस की मुठभेड़ हुई थी.
4 मार्च 2021: चाईबासा जिले के लांजी में नक्सली हमले में तीन जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की साजिश एक करोड़ के इनामी नक्सली पतिराम मांझी ने महाराजा प्रमाणिक के साथ मिलकर रची थी।