#झारखण्ड:चाईबासा युवक ने पीपल के पेड़ से रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या,गुमला में भी एक पुलिसकर्मी के बेटे ने की आत्महत्या..!
झारखण्ड में एक तो कोरोना काल मे लोग भारी संकट झेल रहे हैं वहीं कुछ परिजनों के उप्पर दूसरी बड़ी विपदा आ जा रही है।हर दिन उन परिवारों के ऊपर क्या बीत रहा है बता नहीं सकते है।हर दिन कई लोगों की आत्महत्या से चिंता बढ़ गई है।लोग समझे आत्महत्या करना समाधान नहीं है।किसी प्रकार उलझन या दिक्कतें आ रही है तो आसपड़ोस में साझा करें उससे ज्यादा कोई दिक्कतें है तो प्रसाशन से मिलकर समस्या रखें।लेकिन कृपया ऐसी घटना को अंजाम ना दें जिससे आपके पीछे आपके परिवार के ऊपर जिंदगी भर दुखों का बोझ बना रहे।आत्महत्या करने से समस्या समाधान नहीं होता है।लोगों से अपील है ऐसे कोई समस्या सामने आए तो उसका समाधन करने में मदद करें ताकि ये आत्महत्या वाली घटना रोका जा सके-झारखण्ड न्यूज, राँची
चाईबासा।मझगांव थाना अन्तर्गत धोबाधोबिन पंचायत के पनसपाई गांव में 22 वार्षीय सुरेश तिरिया ने फांसी लगाकर आत्माहत्या कर ली।मृतक के छोटे भाई मुचीराम तिरिया के अनुसार मंगलवार रात 8 बजे सुरेश तिरिया परिवार के साथ भोजन कर टहलने के लिए घर से निकला था। देर रात घर वापस नहीं लौटने पर काफी खोजबीन की गई,लेकिन वह नहीं मिला। बुधवार की सुबह गांव से कुछ ही दूरी पर स्थित उलीपी मैदान के पीपल पेड़ में रस्सी से लटका सुरेश तिरिया शव देखा गया।आत्माहत्या की खबर से गांव में सनसनी फैल गई। मृतक के छोटे भाई ने रोते-बिल्लखते स्थानीय लोगों के मदद से बड़े भाई के शव को पीपल पेड़ से नीचे उतारा।उसे यकीन ही नहीं हो रहा था कि बड़े भाई सुरेश तिराया की मौत हो गई। ग्रामीण मुंडा मधु तिरिया ने घटना की जानकारी मझगांव थाने को दी। थाना प्रभारी अकील अहमद ने सदलबल घटना स्थल पहुंचे। मृतक के छोटे भाई मुचीराम तिरिया के फर्द बयान के आधार पर पुलिस ने खुदखुशी का मामला दर्ज किया है। वहीं शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टोमार्टम के लिए सदर अस्पताल चाईबासा भेज दिया।
दूसरी घटना गुमला सदर थाना क्षेत्र स्थित डूमरडीह झरिया टोली गांव निवासी और गिरिडीह पुलिस में एएसआई जयमंगल खड़िया के पुत्र ने आत्महत्या कर ली।आत्महत्या के कारण का पता नहीं चला है पुलिस मामले की जांच कर रही है।