#JHARKHAND:गिरिडीह साइबर थाना पुलिस ने दो शातिर समेत 10 अपराधियों को गिरफ्तार किया,बैंक खातों से अब तक डेढ़ करोड़ की ठगी कर चुका है।


गिरीडीह।पंजाब के पूर्व सीनियर आइपीएस अधिकारी को फोन कर बैंक फ्राड करने के आरोप में गिरिडीह साइबर थाना पुलिस ने दो शातिर समेत 10 अपराधियों को गिरफ्तार किया अपराधियों में उदय शंकर तिवारी और जैनुल अंसारी शामिल हैं।डेढ़ करोड़ की ठगी कर चुके हैं।पूर्व सीनियर आइपीएस अधिकारी को दो सगे भाई विजय और अजय मंडल के अलावे कामदेव मंडल ने अलग-अलग दिनों में फोन किया था।पूरा घटनाक्रम दो सप्ताह पहले का है।हालांकि साइबर पुलिस के हत्थे चढ़े 10 अपराधी अनगिनत लोगों को फोन कर उनके बैंक खातों से अब तक डेढ़ करोड़ की ठगी कर चुके हैं।

पूरे मामले का खुलासा इन अपराधियों के पास से बरामद मोबाइल और सिम कार्ड के माध्यम से हुआ।बुधवार की देर रात मिली सफलता के बाद गुरुवार को साइबर थाना में प्रेसवार्ता कर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी और पुलिस निरीक्षक सहदेव प्रसाद ने बताया कि अजय और विजय मंडल सगे भाई हैं और बेंगाबाद थाना क्षेत्र के फुरसोडीह गांव के रहनेवाले हैं।इसी प्रकार आठ और अपराधियों में गांडेय थाना क्षेत्र के रसकुट्टो गांव निवासी नरेश मंडल, गोनिक मंडल, आसनबनी गांव निवासी वकील मंडल, जोकटियाबाद गांव निवासी उदय शंकर तिवारी, अहिल्यापुर थाना क्षेत्र के गजकुंडा गांव निवासी जैनुल अंसारी के अलावे फुरसोडीह गांव से गिरफ्तार अपराधियों में सिकंदर मंडल, मुकेश मंडल और पचंबा थाना क्षेत्र के पचंबा से कामदेव मंडल शामिल हैं।

प्रेसवार्ता के दौरान पदाधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने इन अपराधियों के पास से 23 मोबाइल फोन के अलावे 25 सिम कार्ड,10 एटीएम कार्ड, 33 पासबुक और छह पैन कार्ड जब्त किया है।डीएसपी ने बताया कि लगातार दो सप्ताह से पंजाब के पूर्व सीनियर अधिकारी का संपर्क पहले राँची पुलिस मुख्यालय से हुआ।इसके बाद मुख्यालय के निर्देश पर गिरिडीह साइबर थाना पुलिस सक्रिय हुई और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पहले कामदेव मंडल को गिरफ्तार किया।कामदेव की निशानदेही पर ही अजय व विजय समेत सभी को पुलिस ने छापेमारी कर दबोचने में सफल पायी।पदाधिकारियों ने यह भी बताया कि विजय, सिकंदर और मुकेश मंडल के खिलाफ पहले से आइटी एक्ट का केस दर्ज है।जबकि नरेश और जैनुल अंसारी पर भी पहले से केस दर्ज है. पुलिस की मानें तो नरेश मंडल ने साल भर पहले बहन की शादी के लिए कर्ज लिया था। कर्ज खत्म करने के लिए नरेश मंडल अजय और विजय के संपर्क में आया।