Jharkhand:भगोड़ा दाउद का करीबी अब्दुल माजिद,कलाम बनकर पिछले डेढ़ साल जमशेदपुर में छुपा था,गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार किया.
जमशेदपुर।मुंबई बम धमाकों का प्रमुख साजिशकर्ता और 24 साल से फरार अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम का करीबी अब्दुल माजिद जमशेदपुर से गिरफ्तार हुआ है।इस संदर्भ में प्राप्त जानकारी के अनुसार गुजरात एटीएस को माजिद के जमशेदपुर में छिपे होने की सूचना मिली,जिसके बाद गुजरात एटीएस के डीएसपी के नेतृव में दो दिन पूर्व ही गुजरात एटीएस की टीम ने जमशेदपुर एस.एस.पी एम.तमिलवानन से संपर्क किया।एसएसपी ने मानगो थानेदार विनय कुमार को टीम के साथ छापेमारी का निर्देश दिया।इसके बाद एटीएस ने थानेदार के साथ मिलकर मानगो थाने के निकट कल शाम को ही चेकिंग शुरु की।मानगो थानेदार विनय कुमार को पता चला कि माजिद अपने सभी दस्तावेज में नाम-पता और हुलिया बदलकर घूम रहा है।इसके बाद थाने के निकट चेकिंग में फोर्ड गाडी़ से मानगो पुल से मानगो बाजार जाने के क्रम में एटीएस और जमशेदपुर पुलिस की सक्रियता से माजिद को पकडा़ गया।कल शाम जिस समय वह पकडा़ गया उस समय वह ग्रे रंग के फोर्ड गाडी़ में अकेला ही था.गुजरात पुलिस को पक्की सूचना मिली थी कि वह नाम-पता और माता-पिता का नाम बदल कर एक साल से मलेशिया से आकर जमशेदपुर के मानगो में ही रह रहा है।माजिद मूलतः केरल का रहने वाला है और 1996 में 106 पिस्टल,750 पीस कारतूस और 4 किलो आरडीएक्स के सप्लायर के रुप में उसका नाम एक केस में आया था,जिसके बाद से वह कभी दुबई,तो कभी पाकिस्तान तो कभी मलेशिया में पासपोर्ट और अन्य दसातावेजों में नाम पता और हुलिया बदलकर घूमता रहता था।जमशेदपुर में वह गिरफ्तार आरोपी मानगो के सहारा सिटी में विगत डेढ़ वर्ष से कमल उर्फ कलाम और कई नाम से रह रहा था।वहीं दस्तावेज भी कई फर्जी नाम से बनाकर रखा है।कमाल के नाम से पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज बनाकर रह रहा था।माजिद जब एक डेढ़ साल से मलेशिया से आकर जमशेदपुर के मानगो में रह रहा था तब गुजरात एटीएस को हाल ही में पक्की जानकारी मिली।इसके बाद एटीएस ने जमशेदपुर एसएसपी की मदद से माजिद को गिरफ्तार किया।गुजरात एटीएस इसे बहुत बड़ी उपलब्धि मान रही है ऐसा माना जा रहा है कि माजिद के पकड़ में आने के बाद दाऊद के भी कई राज अब खुल सकेंगे।
कुट्टी की गिरफ्तारी के बाद पड़ोसियों में हड़कम्प
वैसे बता दें कुट्टी की गिरफ्तारी की कानोकान किसी को भकन तक नहीं लगी।इसका खुलासा रविवार को अहमदाबाद पुलिस के खुलासे से हुआ ,जिसके बाद हर कोई हैरान नजर आया।यहां तक कि जमशेदपुर पुलिस ने भी शनिवार को यह जानकारी गुप्त रखा। इधर गुजरात पुलिस के खुलासे के बाद जमशेदपुर में माजिद के ठिकाने की तफ्तीश शुरू हुई।जहां पड़ताल में पाया गया कि अब्दुल माजिद कुट्टी पिछले दो सालों से मानगो सहारा सिटी डुप्लेक्स संख्या 197 में परिवार के साथ रह रहा था।बताया जाता है कि उक्त डुप्लेक्स किसी राजेश शर्मा का है। जिसे कुट्टी ने किराए पर लिया था . हैरान करनेवाली बात ये है कि पिछले 24 सालों से कुट्टी तमाम एजेंसियों की आंखों में धूल झोंककर मलेशिया ,दुबई, बैंकॉक सहित अन्य देशों में जाली पासपोर्ट के सहारे घूम रहा था और पुलिस व अन्य जांच एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं थी।बताया जा रहा है कि कुट्टी मोहम्मद कमाल के नाम से जमशेदपुर में रह रहा था और इसी नाम का पासपोर्ट भी वह प्रयोग कर रहा था।बहरहाल अहमदाबाद पुलिस के खुलासे के बाद जमशेदपुर में सनसनी फैल गयी।यहां तक की कुट्टी के पड़ोस में रहने वाले लोगों को भी इसकी भनक नहीं लगी।पड़ोसियों ने बताया कि अब्दुल मजीद कुट्टी एवं उसका परिवार काफी मिलनसार प्रवृत्ति का था।जब भी मिलता गर्मजोशी से मिलता था . हर सुख दुख में खड़ा होता था . कभी इसकी भनक भी नहीं लगी कि वह इतना बड़ा अपराध कर्मी है।बताया जाता है कि माजिद 1996 के मुम्बई बम धमाकों में दाऊद इब्राहिम को हथियारों की सप्लाई किया था।