Jharkhand:जेजेएमपी के चार उग्रवादी राँची से गिरफ्तार,अरगोड़ा थाना और पुंदाग ओपी क्षेत्र से गिरफ्तारी हुई,पिस्टल,गोली,वाहन समेत कई सामान बरामद
लातेहार।जेजेएमपी सुप्रीमों पप्पू लोहरा के कहने पर हुई थी मुंशी विशुनदेव सिंह की हत्या।इस मामले में पुलिस ने कारवाई करते हुए पप्पू लोहरा के भाई समेत चार लोगों को राँची से गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार उग्रवादियों में तरवाडीह पंचायत के मुखिया सह जेजेएमपी उग्रवादी संगठन के सुप्रीमो पप्पू लोहरा के भाई जुलेश्वर लोहरा, रविंद्र लोहरा उर्फ संतोष लोहरा, अमित कुमार लोहरा व विजय मेहता शामिल है।सभी उग्रवादियों की गिरफ्तारी राँची के अरगोड़ा और पुंदाग ओपी क्षेत्र से की गई है।सभी ठिकाना बदलकर राँची में रह रहा था।
गौरतलब है कि बीते 12 मार्च को जेजेएमपी उग्रवादियों ने
सदर थाना क्षेत्र के तरवाडीह पंचायत के धरधरी नदी में कार्य कर रहे मुंशी विशुनदेव सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
जेजेएमपी सुप्रीमों पप्पू लोहरा धरधरी नदी में बन रहे पुल का कार्य अपने पसंद के ठेकेदार से कराना चाहता था, लेकिन पुल निर्माण का कार्य ठेकेदार विजय प्रसाद द्वारा ले लिया गया था. इसके बाद लेवी को लेकर पप्पू लोहरा और ठेकेदार विजय प्रसाद के बीच गाली गलौज हुआ. इस पर विशुनदेव सिंह ने हस्तक्षेप किया था. इसी को लेकर उसकी हत्या कर दी गई।
गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से पुलिस ने एक देसी पिस्टल, दो पिस्टल का मैगजीन, 8 जिंदा गोली, तीन फोर व्हीलर, दो स्कूटी, चार एटीएम समेत कई। अन्य सामान बरामद किया है।
बताया जा रहा है को झारखण्ड में आगामी होने वाले पंचायत चुनाव में जेजेएमपी सुप्रीमो पप्पू लोहरा अपने पसंद के प्रत्याशी को मैदान में उतारना चाहता था,लेकिन विशुनदेव सिंह अपनी पत्नी को मुखिया प्रत्याशी के रूप में खड़ा करने को लेकर पंचायत में प्रचार-प्रसार भी कर रहा था. विशुनदेव सिंह पिछले पंचायत चुनाव में मुखिया जुलेश्वर लोहरा के सामने खड़ा भी हुआ था. लेकिन पप्पू लोहरा के कहने पर अपना नामांकन वापस ले लिया था।