Jharkhand:हीरादह में डूबे सुमित गिरी का नहीं मिला सुराग,बोझिल मन से परिजनों ने पुतला बनाकर किया दाह-संस्कार,9 दिनों बाद भी नहीं खोज पाया कोई सुमित का शव।
जब पुतले का बना शव लेकर दाह संस्कार के लिए निकला रोया पूरा गांव..
गुमला।हीरादह में डूबे लक्ष्मणनगर के 26 वर्षीय सुमित गिरी का अब तक नहीं मिला सुराग, बोझिल मन से परिजनों ने पुतला बनाकर अंतिम संस्कार किया। गुमला शहरी क्षेत्र के लक्ष्मणनगर निवासी शशिभूषण गिरी के पुत्र सुमित गिरी उर्फ निक्की का 9 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिला।
दीपावली के दूसरे दिन निक्की अपने 6 दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने हीरादह गया था। जहां नहाने के क्रम में तीन दोस्त स्वयं सुमित गिरी, सुनील भगत और अभिषेक गुप्ता नदी की तेज धार में बह गए। इनमें अभिषेक गुप्ता का शव स्थानीय मछुआरों ने बरामद किया, जबकि दो युवकों का अब तक सुराग नहीं मिला। सोमवार को लक्ष्मण नगर स्थित आवास पर पुआल से सुमित का पुतला बनाकर उसका दाह संस्कार किया गया। मौके पर परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। सुमित की मां कुंती देवी, भाई सुशील गिरी, अमित गिरी और रजत गिरी सहित अन्य रिश्तेदार दहाड़ मारकर रो रहे थे।
हिंदू रीति रिवाज के अनुसार मुक्तिधाम में सुमित के पिता शशिभूषण ने मुखाग्नि दी। पिता रोते हुए बार-बार एक ही बात कह रहा था कि बेटे को बुलंदियों पर देखना था, यह क्या हो गया। सुमित के पिता ने बताया कि 2015 में महर्षि दयानंद रोहतास से बीटेक उत्तीर्ण किया। इसके बाद मार्बल दुकान गुमला में पॉकेट खर्च के लिए काम करता था, उसकी पढ़ाई के लिए 8 लाख का लोन भी लिया है, अब समझ नहीं आ रहा है हम क्या करें।
सुमित के पिता शशिभूषण ने जिला प्रशासन से सहयोग की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिया जाए। वही सुमित की मां कुंती देवी ने प्रशासन पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया, उसने कहा कि प्रशासन गंभीर होकर लापता बेटे की तलाश नहीं की।
रिपोर्ट:दीपक गुप्ता,गुमला