#Jharkhand:आखिर स्वास्थ्य मंत्री को कैसा आप्त सचिव चाहिए? 6 माह में एक निजी और दो आप्त सचिव बदल चुके है,अब नए आप्त सचिव की मांग है !
राँची।झारखण्ड में नए सरकार में 28 जनवरी को बन्ना गुप्ता ने मंत्री पद की शपथ ली।उन्हें स्वास्थ्य विभाग का मंत्री बनाया गया। मंत्री बने सिर्फ छह माह हुए हैं।छह माह में वह एक निजी सचिव और दो आप्त सचिव को बदल चुके हैं। ताजा सूचना है कि उन्होंने अपने दूसरे आप्त सचिव दीपक सहाय को भी बदलने की अनुशंसा कर दी है। अब वह चाहते हैं कि दीपक सहाय की जगह पवन कुमार को उनका सरकारी आप्त सचिव बनाया जाये।
सिर्फ 6 माह में दो सरकारी आप्त सचिव और एक निजी सचिव बदले
मंत्री बनने के बाद बन्ना गुप्ता ने आसिफ एकराम को अपना सरकारी आप्त सचिव और गुणानंद झा को निजी आप्त सचिव बनाया था।सरकार ने उनकी अनुशंसा इन दोनों नामों का आदेश जारी कर दिया. इसके कुछ दिनों बाद मंत्री बन्ना गुप्ता ने आसिफ एकराम को सरकारी आप्त सचिव से हटाकर दीपक सहाय को उनकी जगह पर पदस्थापित करने की अनुशंसा की।सरकार ने इसका आदेश भी जारी कर दिया। अब बन्ना गुप्ता चाहते हैं कि कार्यपालक दंडाधिकारी पवन कुमार को उनका सरकारी आप्त सचिव बनाया जाये. पवन कुमार अभी स्वास्थ्य विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर पदस्थापित हैं।
इस तरह मंत्री के द्वारा सिर्फ छह माह के कार्यकाल में दो सरकारी आप्त सचिव और एक निजी सचिव को बदल दिया गया. सत्ता शीर्ष और ब्यूरोक्रेसी में इसे लेकर खूब चर्चा हो रही है।लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या है? जो मंत्री बन्ना गुप्ता को उनकी पसंद वाले ही आप्त सचिव और निजी सचिव नहीं जम रहे हैं।