जामताड़ा:फर्जी सीआईडी अधिकारी बनकर साइबर ठगों से ही ठगी कर रहा था,दो धराया…
जामताड़ा।फर्जी दिल्ली सीआइडी अधिकारी बनकर साइबर ठगों से ही ठगी करने का एक मामला सामने आया है।इस मामले में जामताड़ा थाना क्षेत्र के दक्षिणबहाल के विधानचंद्र सर्खेल और सर्खेलडीह शिक्षक कॉलोनी निवासी कुंदन झा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है।कुंदन झा सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।वहीं, एक अन्य आरोपी संतोष रक्षित फरार है।
इस संबंध में साइबर डीएसपी मंजरूल होदा ने पत्रकारों को बताया कि साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का झांसा देकर फर्जी नोटिस भेजकर पैसे की ठगी करने की तैयारी थी। डीएसपी ने बताया कि विधानचंद्र और कुंदन ने अपने को दिल्ली सीआइडी पदाधिकारी बताकर, राँची सीआइडी साइबर सेल और जामताड़ा साइबर सेल से कार्रवाई करने का झांसा देकर फर्जी नोटिस भेजा।बताया गया कि अभी तक तीन लोगों को नोटिस भेजा गया था, जो करमाटांड के बारादाहा गांव और नारायणपुर से है।नोटिस मिलने के बाद ये सभी पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी।पुलिस ने लोकेशन के आधार पर विधान और कुंदन को सर्खेलडीह से गिरफ्तार किया। जबकि ये दोनों फोन पर पुलिस को सर्किट हाउस में रहने की बात बता रहे थे।डीएसपी ने बताया कि कुंदन जहां नोटिस उपलब्ध कराता था, वहीं विधान लोगों का फोन नंबर उपलब्ध कराता था।
डीएसपी ने बताया कि ये लोग इसके अलावा किस-किस तरह के अपराध कर रहे थे। इसकी जांच की जा रही है। बता दें कि विधानचंद्र सर्खेल हिंदुस्तान पीपुल्स पार्टी के जामताड़ा जिला अध्यक्ष भी है।वहीं, फरार संतोष रक्षित के खिलाफ वर्ष 2019 में साइबर थाना में साइबर ठगी का मामला दर्ज है। मौके पर साइबर थाना प्रभारी अजय पंजिकार सहित अन्य थे।
दूसरी ओर, एसबीआइ मुख्य ब्रांच के समीप एटीएम से साइबर पुलिस ने करमाटांड़ थाना क्षेत्र के नीमाडीह गांव के शहजाद अंसारी को गिरफ्तार किया हैशहजाद राजस्थान से एटीएम कार्ड लाकर साइबर ठगी के रुपये की निकासी कर साइबर अपराधियों तक पहुंचाना तथा फर्जी मोबाइल से साइबर ठगी करने का आरोप है. पैसे निकासी में शहजाद को 25 प्रतिशत कमीशन भी मिलता था. इन सभी के पास से चार मोबाइल, आठ सिम, एक लैपटॉप, छह एटीएम कार्ड, 26 हजार रुपये नकद व तीन बाइक जब्त किया है।