सुभाष मुंडा हत्याकांड:अपनों ने ही दगा दे दिया……मुख्य साजिशकर्ता सहित तीन गिरफ्तार,कुख्यात कांट्रैक्ट किलर सहित तीन शूटरों की तलाश जारी……

119 डिसमिल जमीन के लिए दोस्तों ने ही रच डाली हत्या साजिश..!

छोटु ने कई लोगों को शामिल किया,सबको जमीन में हिस्सेदारी देने का वादा किया..!

बीमारी का बहाना बनाने लगा,अस्पताल में भी भर्ती कराया गया..!

कुख्यात कांट्रैक्ट किलर से सम्पर्क किया और सुभाष की हत्या की सुपारी दी…!

सुभाष की हत्या की सुपारी 15 लाख में तय हुआ था 4 लाख एडवांस दिया ..!

बिहार से दो आये दो पेशेवर शूटरों ने घटना को अंजाम दिया..!

हंगामा में शामिल था साजिशकर्ता..!

पुलिस की सफलता या विफलता से भाग गया अपराधी बबलू पासवान…!

कौन है कुख्यात कांट्रेक्ट किलर बबलू पासवान उर्फ नागेश्वर.!

रातु के हुरहुरी का रहने वाला है बबलू पासवान..!

झारखण्ड न्यूज exclusive

राँची।झारखण्ड की राजधानी राँची में पिछले दिनों हुई माकपा नेता सुभाष मुंडा हत्याकांड का खुलासा राँची पुलिस कर लिया है।पुलिस ने माकपा नेता सह जमीन कारोबारी सुभाष मुंडा हत्याकांड की गुत्थी को लगभग सुलझा ही लिया है।हत्या की साजिश रचने वाले मुख्य साजिशकर्ता सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार माकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या 119 डिसमिल जमीन विवाद में की गई है।नगड़ी इलाके गुटुवा का रहने वाले जमीन कारोबारी छोटु छोटु खलखो ने साजिश रच कर किराये के हत्यारों से सुभाष मुंडा की हत्या करवा दी।राँची पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।वहीं एक अन्य युवक को भी हिरासत रखा गया।उससे भी पूछताछ जारी है।लेकिन पुलिस को शूटर हाथ नहीं लगा है।पूछताछ में हिरासत में लिए गए आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार किया है, साथ ही शूटरों के सम्बंध में पुलिस को कई अहम जानकारी भी दी है।

119 डिसमिल जमीन के लिए दोस्तों ने ही रच डाली हत्या साजिश,आइये जानिए क्यों हुई सुभाष मुंडा की हत्या !

दरअसल,बेशकीमती रिंगरोड़ में स्थित कंचन पेट्रोल पंप के पास 119 डिसमिल जमीन पर छोटु खलखो की नजर थी।उस जमीन को छोटु ने फर्जी कागजात के माध्यम से जमीन अपने करीबी के नाम करा लिया था। लेकिन सुभाष मुंडा उसे होने नहीं दे रहा था।जमीन खरीदार मुंहमांगा कीमत देने की लिए तैयार था।लेकिन सुभाष मुंडा उस जमीन को नहीं बेचने दे रहा था।सुभाष उस जमीन में अड़चन डाले हुए था।सुभाष का कहना था गलत तरीके से जमीन नहीं बेचने देंगे। इससे छोटु ने खतरनाक साजिश रच डाली।और उसके लिए सुभाष मुंडा के सबसे करीबी एक व्यक्ति को अपने साथ मिलाया।फिर सुभाष मुंडा को रास्ते से हटाने के लिए तीन महीने पहले से प्लान बनाने लगा।बताया जाता सुभाष मुंडा के जिस करीबी को छोटु ने अपने साथ मिलाया उसने ही सुभाष के गतिविधियों की जानकारी छोटु को देने लगा।

छोटु ने कई लोगों को शामिल किया,सबको जमीन में हिस्सेदारी देने का वादा किया..

सुभाष मुंडा की हत्या की साजिश में छोटु ने विनोद महतो उर्फ कन्हैया,अभिषेक कुमार और अन्य लोगों को शामिल किया।उसे कहा गया कि जमीन बिक्री के बाद जो पैसा मिलेगा सबको दिया जाएगा।वहीं छोटु ने साजिश में शामिल लोगों को बताया कि सुभाष मुंडा की हत्या के बाद और कई जमीन पर कब्जा कर वो लोग काम करेंगे और आगे खरीद बिक्री भी करेंगे जिससे काफी कमाई होगी।ये सब प्रलोभन के बाद साजिश में शामिल लोग छोटु के साथ काम करने के लिए तैयार हो गया।वहीं छोटु ने साजिश के तहत जमीन को किसी दूसरे के नाम एग्रीमेंट भी कर दिया था।ताकि जब हत्या के बाद पुलिस जांच हो तो वो कहे कि जमीन तो हमने दूसरे को कबका दे दिए हैं।लेकिन पुलिस की जाल में फंसते ही छोटु ने पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया है।

बीमारी का बहाना बनाने लगा,अस्पताल में भी भर्ती कराया गया..!

जानकारी के अनुसार,घटना के तीसरे दिन छोटु खलखो पुलिस के रडार में आ गया।उसे थाना बुलाकर पूछताछ करना शुरू किया तो पहले घटना में शामिल होने से इनकार कर दिया।तीन दिन तक रोज थाना बुलाकर पूछताछ किया लेकिन इनकार करता गया।उसके बाद उसके साथी विनोद और अभिषेक को पुलिस ने उठाया।विनोद ने भी इनकार किया।लेकिन जब अभिषेक से पूछताछ की तो हत्याकांड का राज खुलने लगा।उसके बाद छोटु खलखो से पूछताछ पुलिस ने अपने अंदाज में किया तो सुभाष मुंडा हत्या कांड का पर्दाफाश होने लगा इसी बीच छोटु ने तबियत खराब होने का नाटक किया।पुलिस ने उसे एक दिन के लिए अस्पताल में भी भर्ती कराया।

कुख्यात कांट्रैक्ट किलर से सम्पर्क किया और सुभाष की हत्या की सुपारी दी…

सूत्रों के मुताबिक,इधर जब सुभाष की हत्या के लिए शूटर की तालाश की जा रही थी तो कई स्थानीय शूटरों से सम्पर्क करने की बात आई लेकिन सुभाष की हत्या करना आसान नहीं था।कोई तैयार नहीं हो रहा था।तभी साजिश में शामिल एक ने कुख्यात कांट्रेक्ट किलर बबलू पासवान उर्फ नागेश्वर के बारे में जानकारी दी।उसके बाद छोटु ने बबलू पासवान से सम्पर्क किया।

सुभाष की हत्या की सुपारी 15 लाख में तय हुआ था ..!

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,जब छोटु ने कुख्यात कांट्रेक्ट किलर बबलू पासवान उर्फ नागेश्वर से सम्पर्क किया तो बबलू ने सुभाष की हत्या करने से मना कर दिया था।लेकिन जब छोटु ने मोटी रकम देने की बात की तो बबलू तैयार हो गया।उसके बाद बबलू ने बिहार के गया जिले के दो शूटर को राँची बुलाया था।छोटु ने बबलू को सुभाष की हत्या के लिए 15 लाख रुपये पर सहमति बनी थी।वहीं चार लाख बबलू को एडवांस भी दिया था।

बिहार से दो आये दो पेशेवर शूटरों ने घटना को अंजाम दिया..!

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,गया जिले से आए दो शूटरों ने पहले बबलू पासवान के साथ मिलकर रेकी की फिर घटना को अंजाम दिया और दोनों शूटरों को राँची से बबलू पासवान ने भगा दिया था।

हंगामा में शामिल था साजिशकर्ता..!

बताया जाता है जिस दिन सुभाष मुंडा की ह्त्या हुई उस समय प्लान के तहत छोटु मेनरोड में घूम रहा था।जब उसे सूचना मिली कि हत्या हो गया है उसके बाद दलादिली चौक के पास रात में आगजनी,तोड़फोड़ और नारेबाज़ी हो रहा था उस समय छोटु उरांव अपने अन्य सहयोगी के साथ हंगामा भी कर रहे थे।ताकि पुलिस को उस पर शक ना हो।अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे।

पुलिस की सफलता या विफलता से भाग गया अपराधी बबलू पासवान…!

बताया जाता है कि जब हत्या की घटना हुई उसके दूसरे दिन ही पुलिस ने बबलू पासवान को बुलाया था।लेकिन शातिर बबलू ने पुलिस को ऐसा झांसे में लिया कि पुलिस को यकीन नहीं हुआ कि बबलू इस हत्या कांड में शामिल हो सकता है।बबलू को जब पुलिस बुलाए तुरन्त जी हुजूर,सर सर कहकर थाना पहुँच जाए।पुलिस को लगा हो सकता है ये शामिल नहीं होगा।लेकिन जब छोटु और विनोद सहित अन्य को हिरासत में लेने की भनक बबलू को लगा।बबलू राँची से भाग निकला है।अब शूटरों की गिरफ्तारी में राँची पुलिस सिमडेगा राउरकेला और बिहार के गया में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।तीनों अपराधियों के पकड़ाने के बाद ही सुभाष मुंडा हत्या कांड की असली कहानी पता चलेगा।

कौन है कुख्यात कांट्रेक्ट किलर बबलू पासवान उर्फ नागेश्वर.!

झारखण्ड और ओड़िशा के कुख्यात कांट्रैक्ट किलर है बबलू पासवान।बबलू पासवान उर्फ नागेश्वर झारखण्ड के खूंखार अपराधियों में गिना जाता है।बताया जाता है कि उग्रवादी संगठन टीपीसी का हेड भी है। वह राजधानी राँची के साथ-साथ गुमला, सिमडेगा और पड़ोसी राज्य ओड़िशा के सुंदरगढ़ एवं राउरकेला जिलों में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता है। झारखण्ड के सिमडेगा जेल से छूटने के बाद उसने ओड़िशा को।अपना ठिकाना बना लिया था।जमीन कारोबारियों से रंगदारी सहित अन्य घटना को अंजाम देने के लिए वह राँची में रह रहा है।

रातु के हुरहुरी का रहने वाला है बबलू पासवान

राँची के पास स्थित रातु के हुरहुरी का रहने वाला है मोस्ट वांटेड बबलू पासवान।इसके उप्पर करीब तीन दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामला दर्ज है।बताया जाता है कि एक बार पुलिस ने मुठभेड़ में उसके साथी और PLFI के उग्रवादी जितेंद्र नायक के साथ ओड़िशा में गिरफ्तार किया था। गंजाम और ब्रह्मपुर पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करके ब्रह्मपुर कोर्ट परिसर में संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद उसे गिरफ्तार किया था।गिरफ्तारी से पहले बबलू पासवान को तीन गोलियां लगीं थी।दो गोलियां उसके दोनों पैरों में लगी थी।

बता दें नगड़ी थाना क्षेत्र के दलादली चौक स्थित पार्टी कार्यालय में 26 जुलाई की शाम घुसकर अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर माकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या कर दी थी। इस वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने जमकर उत्पात मचाया था।दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़ की थी वहीं कई झुग्गी-झोपड़ी को आग के हवाले कर दिया था. मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने नगड़ी थानेदार को निलंबित कर दिया था। मामले में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।