हजारीबाग:बीएसएफ जवान को जमीन पर दखल दिलाने पहुंची पुलिस से ग्रामीणों की हिंसक झड़प,आंसू गैस के गोले दागने पड़े,पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल…
हजारीबाग।झारखण्ड के हजारीबाग जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को जमीन पर कब्जा दिलाने के लिए पहुंची पुलिस की टीम से ग्रामीणों की झड़प हो गयी। इसमें कई लोग घायल हो गये हैं।घायलों में पुलिसकर्मी और ग्रामीण दोनों शामिल हैं।स्थिति इतनी बिगड़ गयी कि पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई लेकिन शांत है।
मिली जानकारी के अनुसार,हजारीबाग के पदमा में बीएसएफ जवान प्रकाश शर्मा को अपनी ही जमीन की घेराबंदी करने से ग्रामीण रोक रहे थे। प्रकाश ने इसकी शिकायत पुलिस और प्रशासन से की। शुक्रवार को पुलिस की टीम बीएसएफ जवान को उनकी जमीन का कब्जा दिलाने के लिए पहुंची थी।चहारदीवारी का निर्माण चल रहा था।इसी दौरान ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प हो गयी। झड़प में कई लोग घायल हो गये। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के लोगे दागने पड़े सूचना मिलते ही बरही की एसडीएम पूनम कूजूर, एसडीपीओ नाजिर अख्तर और सीओ मो मोजाहिद अंसारी समेत कई वरीय पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।
दरअसल बीएसएफ में सेवा दे रहे जवान प्रकाश कुमार शर्मा को दिसंबर 2022 में सैनिक बंदोबस्ती के तहत रोमी गांव में 10 डिसमिल जमीन बंदोबस्ती पट्टा के तौर पर दिया गया। प्रकाश कुमार शर्मा 2023 में ड्यूटी से छुट्टी लेकर अपनी जमीन पर काम कराने के लिए पहुंचे, तो उन्हें स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। 22 साल तक बीएसएफ में सेवा देने वाले जवान ने इसकी लिखित शिकायत डीसी, एसपी, एसडीएम,सीओ और थाने से की। लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला।पहले यह कहा गया कि यह जमीन स्कूल की है। इस कारण इस पर काम करने नहीं दिया जाएगा।जब स्कूल ने स्पष्ठ किया कि यह जमीन उसकी नहीं है, तो स्थानीय लोगों ने सार्वजनिक जमीन कह कर विरोध किया और उस पर निर्माण करने से रोका जिसके बाद बीएसएफ जवान की शिकायत पर पुलिस पदाधिकारी दल बल के साथ जमीन को मुक्त कराने के लिए पहुंचे थे, जहां हिंसक झड़प हो गई बता दें कि पहले भी जवान डीसी के जनता दरबार में आया था जहां उसने बताया था कि सरकार की दी हुई जमीन पर ग्रामीणों का कब्जा है।