JHARKHAND:गाँव से निकला पर्दे पर पहुँचा,टीवी पर दिखने की सपना सजोये,अब पर्दे पर दिखेंगे ये कलाकार..
राँची।झारखण्ड के राँची जिला के सिल्ली क्षेत्र के छोटे से गांव झाबरी के लाखीराम स्वाँसी के पुत्र मनोज कुमार स्वाँसी बॉलीवुड फिल्म में काम करके अपने सिल्ली क्षेत्र और अपना गांव का नाम रोशन किया है।मनोज का बचपन से ही सपना था खुद को टीवी पर दिखना वो सपना लगता साकार होने वाला है।कभी टीवी पर दिखने की सपना सजोये अब पर्दे पर दिखेंगे मनोज।
निर्देशक प्रकाश झा द्वारा बनी फिल्म परीक्षा-द फाइनल टेस्ट रिलीज होने पर ये सपना पूरा हुवा।निर्देशक प्रकाश झा द्वारा बनी फिल्म मेंआदिल हुसैन, प्रियंका बोस, संजय सूरी और बाल कलाकार शुभम झा द्वारा अभिनीत फिल्म परिक्षा-द फाइनल टेस्ट ज़ी 5 पर रिलीज किया गया है।फिल्म बिहार के एक साधारण रिक्शा चालक की कहानी है, जो एक निजी अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में अपने बेटे की पढ़ाई कराने की व्यवस्था करके अपने बेटे को अधिकतम संभव गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने की इच्छा रखता है।
इस फिल्म में झारखण्ड के मनोज स्वाँसी पुलिस कॉन्स्टेबल का एक सहायक भूमिका में रूप में नजर आ रहे है।इससे पहले अनुपम खेर की फिल्म वन डे एक रिटायर्डमैन जज जस्टीस डीले वर्द में भी वार्ड बॉय का एक छोटा सा सहायक किरदार निभाया है ।मनोज का मानना है अगर कला है तो मेहनत और लगन से कलाकार बनने की कोशिश में लगे हैं।
आने वाली फिल्म है
हिमालया आर्ट के बैनर तले बनी फिल्म “कालाबाजारी का अंत”, कन्नड़ फिल्म “राँची”, “हंच” रवि किशन के साथ, और पंजाबी फिल्म “काली शरहद” आशीष दुग्गल के साथ आने वाली है।यूनियन लीडर, तथा नक्सली, और पुलिस कांस्टेबल की सहायक भूमिका के रूप में नजर आने वाले है।
फिल्मों में काम करने से पहले और फ़िल्मी सफ़र की शुरुआत
मनोज कुमार स्वाँसी सिल्ली झाबरी गांव के एक मध्यम परिवार से बिलोंग करते है।इनकी मात मंगला देवी सुगृहिणी है, पिता श्री लाखीराम स्वाँसी एक किसान है ।ये हाई स्कूल बंता हजाम से माध्यमिक पूरी करके आर्थिक तंगी के कारण आगे की शिक्षा छोड़ कर 2004 में राँची आ कर आकृति बुक स्टोर में काम करने लगा और काम करते करते आगे की शिक्षा राम लखन सिंह यादव कॉलेज से स्नातक पूरा किया।
इस दौरान झारखण्ड में ही कई बार फिल्मों में काम करने का प्रयास किया ऑडिशन भी दिया पर सफलता हाथ नहीं लगा।2015 में मुंबई भी गया था पर वहां किसी से कोई जान पहचान न होने के कारण निराश हो कर वापस रांची लौट कर आ गया।फिर 2018 में झारखण्ड अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल खेलगांव स्टेडियम राँची में इनकी मुलाकात युवा रंग मंच से जुड़े हुए इनके पुराने मित्र जनार्दन झा से मुलाकत हुयी।उसने बताया कास्टिंग डाइरेक्टर और एक्टर भी है एम० एस० धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी में काम कर चूका हूँ ।और उसने आश्वासन दिया वह फिल्मों में जरूर काम दिलएंगे।फिर उन्होंने “हंच”, “वन डे”, और “परीक्षा” इन सब फिल्मों में कास्ट किया।उसके बाद इसने कई सारे एल्बम में भी मुख्य भूमिका के रूप में नजर आये है, इस तरह से इनके फ़िल्मी सफ़र की शुरुवात हुयी ।
कभी न भूलने वाली यादें
परीक्षा फिल्म शूटिंग के समय प्रकाश झा सर ने मुझे अपने हाथों से मीठा खिलाये थे।मैने कहा की सर मैं खुद खा लूँगा पर सर बोले तू तो खुद से हमेशा खा लेता हैं आज मेरे हाथो से खा ले मुझे उनका ये आशीर्वाद जिंदगी भर याद रहेगा।
बहुत बहुत धन्यावाद कहना चाहूंगा ।इसी तरह सभी से प्यार और आशिर्वाद मुझे मिलता रहे -मनोज स्वांसी