गिरिडीह में पचास वर्षीय विधवा महिला की गला रेतकर बेरहमी से हत्या।
गिरिडीह। मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के कैलीबाद गांव में 50 वर्षीय महिला की गला रेत कर हत्या, मृतिका के बेटे-बहु पूजा के लिए गए हुए थे देवघर। मृतिका की दो शादी हुई, दोनों पति की हुई मौत, घटना की सूचना के बाद शव को कब्जे में लेकर पुलिस जांच में जुट गई हैं। फिलहाल हत्या के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल पाया है।
घटना के वक्त घर में अकेली थी विधवा
गिरिडीह के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के न्यू पुलिस लाईन के समीप कैलीबाद गांव में बुधवार की दोपहर 50 वर्षीय विधवा लीलावती देवी की हत्या होने के बाद विधवा के शव को ढंक दिया था। विधवा की हत्या क्यों हुई, और किसने किया? यह फिलहाल स्पस्ट नहीं हो पाया है। लेकिन विधवा की दो शादी हुई थी, और दोनों पति की मौत हो चुकी है। जिसमें पहला पति जहां देवघर में रहता है। वहीं उसकी दुसरी शादी गिरिडीह के कैलीबाद गांव निवासी राजकुमार साव के साथ हुआ था। जानकारी के अनुसार मृतिका का बेटा और बहु अपने तीनों बच्चों के साथ करीब 10 दिनों से पूजा के लिए देवघर गई हुई थी। राजकुमार की मौत के बाद मृतिका अपने बेटे-बहु और पोते-पोतियों के साथ कैलीबाद स्थित घर में रहती थी। विधवा के दुसरे पति राजकुमार साव की मौत हुए भी तीन साल बीत चुका था। इधर लीलावती देवी की हत्या काफी क्रूरता के साथ अंजाम दिया गया है। यह शव देखकर ही लग रहा है। क्योंकि विधवा लीलावती देवी को पहले गला रेतकर मारा गया, उसके बाद उसके चेहरे को भी कुचला गया है। इधर विधवा का शव कैलीबाद स्थित उसके घर में मिलने के बाद लोगों की भीड़ जुट गई।
जानकारी मिलने के बाद डीएसपी टू संतोष मिश्रा के साथ मुफ्फसिल थाना प्रभारी रत्नमोहन ठाकुर के अलावे जिप उपाध्याक्ष सह भाजपा नेता कामेशवर पासवान, मुखिया हरगौरी साव उर्फ छक्कू साव समेत कई स्थानीय लोग विधवा के शव को देखने के लिए पहुंचे। इस दौरान पुलिस जब घर के उस कमरे में घुसी, जहां विधवा का शव खाट पर रखा हुआ था। उस कमरे के कई स्थानों पर खून के छीटें पड़े थे। वैसे यह भी स्पस्ट नहीं हो पाया कि लीलावती देवी की हत्या कितने बजे हुई? लेकिन उसके शव को सबसे पहले उसके चचेरे देवर संतोष साव उर्फ तुलसी ने देखा।
इधर मृतिका के चचेरे देवर की तुलसी का कहना है कि उसके भाभी के घर का बछड़ा चिल्ला रहा था। बछड़े के चिल्लाने के कारण वह भाभी लीलावती को देखने के लिए उनके घर पहुंचा, और मेन गेट को धक्का देकर खोला। इस दौरान जब तुलसी घर के भीतर घुसा, तो देखा कि लीलावती देवी खाट में सोई हुई है और चेहरा कपड़े से ढ़का हुआ था। लिहाजा, तुलसी ने जब कपड़ा उठाया, तो देखा कि भाभी का चेहरा पूरा खून से लथपथ पड़ा हुआ है। इसके बाद तुलसी ने मामले की जानकारी पुलिस को देने के साथ मुखिया हरगौरी साव को दिया। इधर घटनास्थल से ऐसा कोई संदिग्ध समान बरामद नहीं किया गया है। जिसे कहा जा सके कि लीलावती देवी की हत्या किससे किया गया है। वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रकिया में जुटी हुई थी।