जमीन घोटाला में ईडी का कोर्ट में खुलासा: XXXX का हुआ खुलासा; ईडी ने आर्किटेक्ट बिनोद सिंह के पास से किया नक्शा जब्त…
–ईडी की टीम ने 10 फरवरी को बिनोद सिंह, बड़गाई अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानू प्रताप प्रसाद और अमीन के साथ उक्त इलाके का किया था सर्वे, 8.46 एकड़ के उक्त प्लॉट को छोड़ कहीं नहीं मिला इतना बड़ा प्लॉट
–कोर्ट ने दी अनुमति, तीन दिन और हेमंत सोरेन से ईडी करेगा पूछताछ, बिनोद सिंह ने क्लाइंट का नाम लिख रखा था “xxxx”, 06 अप्रैल 2021 को हेमंत सोरेन को वाट्सएप पर भेजा था प्रस्तावित नक्शा
राँची।बड़गाई अंचल के बरियातू स्थित 8.46 एकड़ जमीन पर बैंक्वेट हॉल बनाया जाना था। इसका प्रस्तावित नक्शा हेमंत सोरेन के करीबी व आर्किटेक्ट बिनोद सिंह ने बनाया था। जिसे ईडी ने उनके पास से जब्त किया है। इस बात का खुलासा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को पीएमएलए कोर्ट में हेमंत सोरेन को रिमांड पर लेने के दौरान किया है। ईडी ने हेमंत सोरेन के रिमांड पिटिशन में कोर्ट को बताया कि उक्त जमीन पर बनाए गए बैंक्वेट हॉल के प्रस्तावित नक्शे को आर्किटेक्ट बिनोद सिंह ने 06 अप्रैल 2021 को पूर्व सीएम को वाट्सएप पर भेजा था। हालांकि प्रस्तावित नक्शे को ग्रिड्स कंसल्टेंट ने 12 अप्रैल 2018 को ही बनाया था। ग्रिड्स कंसल्टेंट आर्किटेक्ट बिनोद सिंह की फर्म है। जिसका कार्यालय रोसपा टॉवर में है। ईडी ने बिनोद सिंह के आवास व रोसपा टॉवर स्थित उनके कार्यालय पर भी पूर्व में छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान ईडी को उनके कार्यालय से जमीन के दस्तावेज सहित कई नक्शे मिले थे। यहीं नहीं बिनोद सिंह ने उक्त नक्शे पर बिनोद सिंह ने क्लाइंट का नाम लिख रखा था “xxxx” लिख रखा था। ताकि किसी को इसकी जानकारी नहीं मिले कि यह प्रस्तावित नक्शा किसका है। इससे पूर्व जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत अनुसंधान कर रहे ईडी ने दस दिन की रिमांड खत्म होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सोमवार को राँची स्थित पीएमएलए कोर्ट में प्रस्तुत किया। ईडी ने कोर्ट से उनके और चार दिनों तक रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की अनुमति मांगी। ईडी ने कोर्ट में बताया कि हेमंत सोरेन रिमांड पर पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं कर रहे हैं। वे अपनी अर्जित संपत्ति से संबंधित तथ्यों को भी छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। ईडी के रिमांड आवेदन पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने और तीन दिनों तक पूछताछ की अनुमति दी है।
ईडी ने कोर्ट में बताया हेमंत ने पूछताछ में किया असहयोग, हस्ताक्षर करने से किया मना
ईडी ने कोर्ट को यह भी बताया है कि उक्त नक्शे पर बैंक्वेट हॉल कहा बनाया जाना था इसकी पहचान कराने के लिए 10 फरवरी को आर्किटेक्ट बिनोद सिंह, बड़गाई अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानू प्रताप प्रसाद और अमीन के साथ उक्त इलाके का किया सर्वे करवाया। सर्वे के दौरान 8.46 एकड़ के उक्त प्लॉट को छोड़, अन्य कोई इतना बड़ा प्लॉट उस इलाके में कहीं नहीं मिला। ईडी ने कोर्ट को रिमांड पिटिशन में बताया है कि हेमंत सोरेन को रिमांड के दौरान आर्किटेक्ट विनोद सिंह से किए गए उनके वाट्सएप चैट को दिखाया गया। उक्त चैट में अचल संपत्ति से संबंधित सूचनाओं का आदान-प्रदान था। हेमंत सोरेन ने उक्त अचल संपत्ति को स्वीकारने और चैट पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया। आर्किटेक्ट विनोद सिंह के वाट्सएप चैट में न केवल संपत्तियों के संबंध में गोपनीय सूचनाएं थीं, बल्कि ट्रांसफर पोस्टिंग, सरकारी दस्तावेजों का आदान-प्रदान भी किया गया था। इसके माध्यम से बड़ी मात्रा में धन की उगाही की गई और उसका लेन-देन किया गया।
पहले समन के दो दिन बाद ही मूल रैयत ने अंचल में किया जमीन का दावा
ईडी ने कोर्ट को बताया है कि उन्हें 14 अगस्त 2023 को ईडी कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने ईडी के समन की अवहेलना की और वे ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे। दो दिन के बाद यानी 16 अगस्त 2023 को बरियातू की उक्त जमीन के मूल रैयत राज कुमार पाहन ने बड़गाईं अंचलाधिकारी के पास आवेदन देकर जमीन पर दावा कर दिया। उन्होंने अंचलाधिकारी को बताया कि उनकी जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध तरीके से कब्जा करने की कोशिश की है और जमाबंदी भी करवा ली है। इसके बाद जमीन वापसी की प्रक्रिया तेज हुई और कागजी कार्रवाई में तेजी लाई गई। 29 जनवरी 2024 को अंतत: एसएआर कोर्ट ने राज कुमार पाहन के पक्ष में फैसला देते हुए जमीन वापसी का आदेश दे दिया। उसी दिन 29 जनवरी 2024 को ईडी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास में छापेमारी भी कर रही थी।
5545 स्का. फीट का होता बैंक्वेट 10266 स्का. फीट का लॉन
बिनोद सिंह ने जो बैंक्वेट का नक्शा बनाया था उसके अनुसार उक्त प्लॉट पर 5545 स्का. फीट का बैंक्वेट होता। 10266 स्का. फीट का लॉन बनाया जाना था। 32 कार के लिए पार्किंग बननी थी। उसमें 10 बड़े बड़े कमरे थे। 15 टॉयलेट बाथरूम थे।