रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में सीए अजॉय कुमार के दफ्तर में ईडी का छापा…
राँची।प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाला’ मामले में मनी लाउंडरिंग की जांच के सिलसिले में राजधानी राँची में भी छापेमारी की। कांटाटोली स्थित मंगल टावर के पीछे एक और टावर है, जिसमें एक चार्टर्ड अकाउंटेंट के दफ्तर में ईडी की टीम ने छापेमारी की। बाहर भारी संख्या में सुरक्षा बल को तैनात किया गया था।बताया जा रहा है कि सीए अजॉय कुमार की कंपनी एसके नायक एंड कंपनी में छापेमारी की गयी,जो लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के किसी बड़े नेता के सीए बताये जा रहे हैं।
राजधानी राँची के अलावा बिहार के शहरों एवं कई अन्य जगहों पर एक साथ छापेमारी की कार्रवाई शुरू की। छापेमारी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की तीन बेटियों और राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं के परिसरों में की गयी।पटना के फुलवारीशरीफ के अलावा दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर),राँची और मुंबई में लालू प्रसाद की बेटियों रागिनी यादव,चंदा यादव और हेमा यादव और राजद के पूर्व विधायक अबू दोजाना से जुड़े परिसरों में छापे मारे गये।
यह मामला लालू प्रसाद के वर्ष 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को तोहफे में भू-खंड प्राप्त होने या इसे बेचने के बदले में लोगों को रेलवे में कथित तौर पर नौकरी दिये जाने से जुड़ा है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत लालू प्रसाद, उनकी पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ एक आरोपपत्र दाखिल किया है।
उपरोक्त सभी आरोपियों को 15 मार्च को सीबीआई की ओर से तलब किया गया है। ईडी का मामला सीबीआई शिकायत से ही जुड़ा हुआ है, जिसे धनशोधन यानी मनी लाउंडरिंग रोकथाम अधिनियम की आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज किया गया है।इस मामले में सीबीआई ने हाल ही में राजद के नेता लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी से पूछताछ की थी।