दुमका:अंकिता की मौत पर दुमका में स्थानीय लोगों व हिंदू संगठनों ने निकाला विरोध मार्च,आरोपी शाहरुख को फांसी देने की मांग

दुमका।झारखण्ड के दुमका जिले में आग से झुलसी अंकिता सिंह की राँची के रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई।मौत की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोगों व हिंदू संगठनों ने विरोध मार्च निकाला है।शहर के दुकानों को बंद करा दिया है।विरोध मार्च कर रहे लोग अंकिता के घर जाना चाह रहे थे।लेकिन, पुलिस ने लोगों को रोकने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच नोकझोंक भी हुई है। वहीं अंकिता के पिता और बहन ने आरोपी युवक शाहरूख को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है।

पुलिस में भर्ती होना चाहती थी अंकिता:

अंकिता सिंह 12वीं में आर्ट्स स्ट्रीम लेकर पढ़ाई थी उसका सपना पुलिस विभाग में भर्ती होने का था।लेकिन, उसे मार दिया गया। घटना से नाराज परिजनों आरोपी को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है।गौरतलब है कि व्यवसायी संजीव सिंह की बेटी अंकिता को पड़ोस में ही रहने वाला शाहरूख काफी समय से परेशान कर रहा था। अंकिता के घर वालों ने बताया था कि शाहरूख ने कहीं से अंकिता का नंबर हासिल कर लिया था। तभी से वह एकतरफा प्यार में अंकिता पर दोस्ती करने का दबाव डाल रहा था।आरोप है कि अंकिता जब राजी नहीं हुई और उसे झिड़का तो शाहरुख ने आपा खो दिया और धमकी दी कि अगर मेरा कहा नहीं मानोगी तो मैं तुम्हें मार डालूंगा।

खिड़की से उस पर पेट्रोल फेंक दिया

अंकिता घर में सोई हुई थी।इसी बीच शाहरूख उसके घर पहुंचा और खिड़की से उस पर पेट्रोल फेंक दिया और जब तक वह कुछ समझ पाती आरोपी ने माचिस जला कर उसको आग लगा दी। जिसके बाद उसे फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहां से बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स रेफर किया गया था। रिम्स में अंकिता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।