दुमका:सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश,मंदिर परिसर में फेंका मांस का टुकड़ा,गांव के लोगों की सूझबूझ से किसी भी तरह की कोई अनहोनी नहीं हुई
दुमका।झारखण्ड के दुमका जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के ढाका गांव में असामाजिक तत्वों ने एक मंदिर में मांस का टुकड़ा फेंक कर सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने का प्रयास किया।लेकिन गांव के लोगों की सूझबूझ से किसी भी तरह की कोई अनहोनी नहीं हुई।ढाका गांव पहुंचकर एसडीपीओ ने मामले की जांच की।यह मामला जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड के ढाका गांव की जहां सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने की कोशिश की गई। असामाजिक तत्वों ने गांव के काली मंदिर परिसर में एक पॉलिथीन में भरकर मांस के टुकड़े और हड्डियां फेंक दी।साथ ही एक व्यक्ति का नाम भी कागज में लिख कर डाल दिया है। गांव के लोगों ने समझदारी का परिचय देते हुए तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी।मौके पर पहुंच कर पुलिस ने मांस के टुकड़ों को जब्त किया। मामले की गंभीरता को समझते हुए दुमका एसडीपीओ नूर मुस्तफा शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी सुमन को लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल की जांच की और आसपास के लोगों से बात की।मंदिर के पुजारी और अन्य लोगों ने इस मामले में पूरी तरह से अनभिज्ञता जताई। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसडीपीओ नूर मुस्तफा ने कहा कि इस तरह का प्रयास करने वाले जो भी लोग हैं,उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।फिलहाल मंदिर में इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि आए दिन झारखण्ड से असामाजिक तत्वों की ऐसी करतूत सामने आती रहती है। बीते दिनों ही साहिबगंज में कुछ लोगों द्वारा एक युवक को जबरन प्रतिबंधित मांस खिलाने का मामला आया है। राधानगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव तालबन्ना (तीनधरिया) के रहने वाले चंदन रविदास नामक युवक की प्रतिबंधित मांस खाने से मना करने पर पिटाई कर दी गई। जिससे वो जख्मी हो गया, घटना को लेकर सोमवार की शाम पीड़ित ने थाना में केस दर्ज किया। घटना 31 दिसंबर की रात की थी। इस मामले में राधानगर थाना में मिठुन शेख सहित पांच लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।