चक्रवाती तूफान ‘यास’:पूर्वी सिंहभूम में सबसे ज्यादा खतरा,आज करीब 100 किमी की रफ्तार से झारखण्ड में घुसेगा
झारखण्ड न्यूज,राँची।
देश के कई राज्यों में तूफान ताऊ ते अभी तबाही मचाकर गुजरा ही था कि एक नया चक्रवाती तूफान “यास” खतरा बनकर सामने आ गया है। समुद्र में यह तूफान अभी 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। यह बुधवार दाेपहर ओडिशा में भद्रक जिले के धामरा तट से टकराएगा। उस समय हवा की गति 102-130 किमी प्रति घंटे हाेने की संभावना है। इसका सबसे ज्यादा असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में हाेगा।
वहीं झारखण्ड में भी इसका व्यापक असर हाेगा। यह 90 किमी की रफ्तार से झारखण्ड में घुसेगा। इसे देखते हुए राज्य में 21 जिलाें में तीन दिन तक आंधी और बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसका सबसे ज्यादा असर पूर्वी सिंहभूम पर दिखेगा। यहां बुधवार काे सब कुछ बंद रहेगा। इसे देखते हुए प्रभावित हाेने वाले जिलाें में एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है।
तूफान पारादीप तट से करीब 200 किमी दूर
प.बंगाल के शंकरपुर-दीघा बीच पर समुद्र का जलस्तर बढ़ गया है। दीघा के साथ ही ओडिशा के भुवनेश्वर, चांदीपुर में भी बारिश हाे रही है। उत्तरी 24 परगना क्षेत्र में कई घराें काे नुकसान पहुंचा है।
उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना के तटीय इलाकों में 90 से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के आसार हैं। बंगाल सरकार 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटी है।
कोलकाता एयरपोर्ट को बुधवार सुबह 8:30 बजे से शाम 7:45 बजे तक बंद रखने का फैसला किया गया है।
ओडिशा के बालासोर, भद्रक, केंद्रपारा, जगतसिंघपुर, मयूरभंज और केओनझार जिले हाई रिस्क जोन घोषित किए गए हैं।
एयरफोर्स और नेवी ने भी अपने कुछ हेलिकॉप्टर और नावें रिजर्व रखे हुए हैं।