साहेबगंज:पुलिस और ग्रामीणों में झड़प,कई पुलिस वाले घायल,ट्रकों से अवैध वसूली कर रहे थे,पुलिस ने तीन युवकों को पकड़ा था,ग्रामीणों ने तीनों को पुलिस से छुड़ाकर ले गया
साहेबगंज।झारखण्ड के साहेबगंज जिले में एक बार फिर पुलिस की फजीहत हुई है।बताया जा रहा है कि जिरवाबाड़ी थानेदार सुनील कुमार को खींचकर ग्रामीणों ने जंगल की ओर ले जाने की कोशिश की। इस दाैरान हमले में कई पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। इन सबके बावजूद पुलिस बचाव की मुद्रा में रही। बताया गया कि पत्थर ट्रकों से अवैध वसूली के आरोप में जिन तीन युवकों को पकड़ा था उन्हें छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पत्थर लदे ट्रकों से अवैध वसूली का मामला
जानकारी के अनुसार पत्थर लदे ट्रकों से अवैध वसूली कर रहे तीन युवकों को शनिवार की देर शाम जिरवाबाड़ी थाना की पुलिस ने धर दबोचा और थाना ले गई। इससे नाराज आदिवासी ग्रामीणों ने रविवार को रास्ता रोक दिया। उन्हें समझाने गई पुलिस पर हमला भी किया। उनके रोष के कारण पुलिस को युवकों को छोड़ना पड़ा। दरअसल क्रशर मालिक और पत्थर खदान के मालिकों ने पुलिस को अवैध वसूली की सूचना दी थी। इसके बाद पुलिस पहुंची और युवकों को पकड़ लिया। रविवार को आदिवासियों ने मारीकुटी पहाड़ के रास्ते को बांस-बल्ली से बाधित कर दिया। एक ट्रक चालक सड़क के किनारे से पार करने की कोशिश कर रहा था, मगर रोड पर ही पलट गया। इस वजह से आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। सड़क के दोनों ओर ट्रकों की लंबी कतार लग गई। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी सुनील कुमार टीम के साथ पहुंचे थे।
वहीं पुलिस को देख सड़क जाम कर रहे लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसमें कई पुलिसकर्मियों को चोट लग गई। गुस्साए लोगों ने थाना प्रभारी को खींचकर जंगल में ले जाने की भी कोशिश की। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मुफस्सिल और नगर थाना से पुलिस दल पहुंचा। इसके बाद ग्रामीणों और पुलिस में वार्ता शुरू हुई। आदिवासी समुदाय के लोगों ने कहा कि युवकों को अविलंब छोड़ा जाए। तब पुलिस ने बांड भराकर तीनों को छोड़ दिया। थाना प्रभारी सुनील कुमार ने कहा कि ग्रामीणों के साथ वार्ता के बाद तीनों युवकों को पीआर बांड भरवाकर छोड़ दिया गया।