प्रवर्तन निदेशालय (ED) ऑफिस छठे समन पर भी नहीं पहुँचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन,चिट्ठी लेकर मुख्यमंत्री आवास से आया डाकिया…
राँची।झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन छठे समन पर भी ईडी ऑफिस नहीं गए।हां, मुख्यमंत्री का काफिला दोपहर में सीएम आवास से निकलकर ईडी ऑफिस की ओर जरूर बढ़ा था, लेकिन सीएम की गाड़ी ईडी ऑफिस के सामने नहीं रुकी। जैसे ही सीएम हेमंत सोरेन अपने आवास से निकले, ईडी ऑफिस के बाहर पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई,लेकिन सीएम का काफिली ईडी अधिकारियों के सामने से गुजर गया।ईडी ने उन्हें समन भेज कर पूछताछ के लिए 12 दिसंबर को दिन के 11:00 बजे राँची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया था, लेकिन इस बार भी सीएम ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे।
दरअसल, ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ के तहत सीएम हेमंत सोरेन के दुमका जाने का कार्यक्रम पहले से तय था।ऐसे में संभव है कि सीएम ईडी ऑफिस होते हुए दुमका की ओर निकल गए।हालांकि, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से अभी तक ईडी के अधिकारियों को इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी गई थी।
मुख्यमंत्री के ईडी ऑफिस के सामने से गुजरने के बाद एक डाकिया सीएम आवास से चिट्ठी लेकर पहुंचा है। डाकिया ने बताया कि “सीएम ऑफिस से आया हूं, लेटर लेकर आया हूं, लेकिन अंदर क्या है ये पता नहीं।”
सीएम को अब तक कितने समन, और कब-कब
जमीन के सिलसिले में पूछताछ के लिए सीएम को भेजा जानेवाला यह छठा समन था, लेकिन सीएम छठे समन पर भी हाजिर नहीं हुए।इस मामले में ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को पहली बार समन जारी कर 14 अगस्त को राँची स्थित रीजनल ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया गया था।हाजिर नहीं होने पर दूसरी बार समन जारी किया गया, लेकिन वे दूसरी बार भी पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे।इस तरह से उन्हें अब तक 6 बार समन भेजा जा चुका है,लेकिन वे छठे समन पर भी ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे।
पहला समन: 8 अगस्त को भेजा गया, 14 अगस्त को हाजिर होने का था निर्देश
दूसरा समन: 19 अगस्त को भेजा गया, 24 अगस्त को हाजिर होने का था निर्देश
तीसरा समन: 1 सितंबर को भेजा गया, 9 सितंबर को हाजिर होने का था निर्देश
तीसरा समन: 1 सितंबर को भेजा गया, 9 सितंबर को हाजिर होने का था निर्देश
चौथा समन: 17 सितंबर को भेजा गया, 23 सितंबर को हाजिर होने का था निर्देश
पांचवा समन: 26 सितंबर को भेजा गया, 4 अक्टूबर को हाजिर होने का था निर्देश
छठा समन: 11 दिसंबर को भेजा गया, 12 दिसंबर को हाजिर होने का था निर्देश