हेमंत सोरेन के खिलाफ चार्जशीट दायर:प्रवर्तन निदेशालय ने पांच हजार पन्नों से अधिक का दस्तावेज पेश किया, जमीन घोटाला मामले में हुए थे गिरफ्तार
राँची।राजधानी राँची के बड़गाईं अंचल के 8.46 एकड़ जमीन घोटाला मामले में झारखण्ड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने 30 मार्च यानी आज शनिवार को स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दिया है। इस मामले में एजेंसी ने जांच लगभग पूरी कर ली है।शनिवार शाम करीब 4:20 बजे ईडी के अधिकारी आरोप पत्र लेकर कोर्ट परिसर पहुंचे। सूत्रों की माने तो पांच हजार पन्नों का दस्तावेज पेश किया गया है। जिसे एक बक्शे में बंद करके कोर्ट में लाया गया।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह बताया गया है कि आरोप पत्र में पांच लोगों पर नामजद आरोप गठन किया गया है।जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बड़गाईं अंचल के पूर्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, विनोद सिंह सहित दो और लोगों पर आरोप गठन किया गया है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार यह भी बताया जा रहा है कि कोर्ट में दाखिल की गयी चार्जशीट में हजारों पन्ने है।इसके अलावा सबूत के तौर पर कुछ कलर फोटोग्राफ्स भी कोर्ट के सामने ईडी की टीम ने पेश किए हैं।
बता दें कि ED ने हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। उनकी न्यायिक हिरासत के 60 दिन पूरा होने के बाद आज यानी 30 मार्च को पूरी हो रही है। नियम है कि किसी आरोपी की गिरफ्तारी के 60 दिन के भीतर चार्जशीट फाइल करना अनिवार्य होता है।ईडी ने पिछले 60 दिनों में पूर्व सीएम को 13 दिनों की रिमांड लेकर लंबी पूछताछ की थी। इसके बाद अब चार्जशीट दाखिल की गई है।
ईडी ने जिस मामले में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया है, उसका जिक्र पहले ही पीएमएलए कोर्ट में किया जा चुका है। कोर्ट में दिए आवेदन में ईडी ने बताया था कि पूर्व में जमीन घोटाले में गिरफ्तार बड़गाईं के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के ठिकाने से बरामद दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य से यह साबित हुआ था कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 8.46 एकड़ विवादित जमीन को हड़पने के लिए उस पर बाउंड्री करवा दी थी। अब कागज में हेराफेरी होनी थी कि ईडी का छापा पड़ गया और पूरे मामले का भंडाफोड़ हो गया।
जिस जमीन घोटाला मामले में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया गया है। वह 8.46 एकड़ है। यह जमीन बरियातू डीएवी के पीछे है। पूरी जमीन 12 प्लॉट में बंटी हुई है। ईडी के मुताबिक इसी जमीन को हेमंत सोरेन ने अपने नाम से लिया था।जमीन खरीदने में कागजात की हेराफेरी की गई थी। तत्कालीन आयुक्त की रिपोर्ट के आधार पर ईडी के जांच शुरू की। जमीन घोटाला मामले में 14 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है।
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्हें 1 फरवरी को पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश दिनेश राय की अदालत में पेश किया गया। ईडी ने उनसे कुल 13 दिन पूछताछ की है। दो बार 5-5 दिन फिर 3 दिन की रिमांड ईडी को दी गई थी।पहले पांच दिनों की रिमांड 3 फरवरी से शुरू हुई जो सात फरवरी तक चली। दूसरी रिमांड अवधि 12 फरवरी को समाप्त हुई। 12 फरवरी को 5 दिनों की रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद तीन दिन की रिमांड दी गई जो 15 फरवरी को समाप्त हुई।पूर्व सीएम हेमंत सोरेन से रिमांड के दौरान जांच एजेंसी ने बड़गई अंचल की बरियातू स्थित जमीन के मामले में पूछताछ की। लेकिन ईडी को कोई खास जानकारी नहीं मिल सकी है। ईडी के सवालों का पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कोई स्पष्ट रूप से जानकारी नहीं दी।उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि वह जमीन उनके कब्जे में है। 13 दिनों की रिमांड में ईडी ने उनसे बड़गाई अंचल स्थित 8.46 एकड़ जमीन के अलावा उनकी अचल और चल संपत्तियों के बारे में भी पूछताछ की गई।