चाईबासा नक्सली मुठभेड़:एक जवान शहीद,दूसरा घायल,सीएम,मुख्य सचिव,डीजीपी सहित अन्य लोगों ने दी श्रद्धांजलि….
चाईबासा।झारखण्ड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटो थाना क्षेत्र के जंगल में नक्सली और सुरक्षा बलों के बीच शुक्रवार को भीषण मुठभेड़ हुई है।इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। इन दोनों को एयरलिफ्ट कर राँची लाया गया।इधर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन,मुख्य सचिव,डीजीपी सहित अन्य लोगों ने सीआरपीएफ कैंप परिसर, सेक्टर-2, धुर्वा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शहीद जवान कांस्टेबल सुशांत कुमार खूंटिया के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि पश्चिमी सिंहभूम में नक्सल मुठभेड़ के दौरान शहीद होने सीआरपीएफ जवान सुशांत कुमार जी की शहादत को शत-शत नमन।परमात्मा दिवंगत अमर वीर शहीद सुशांत जी की आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे।
मुठभेड़ में हुए घायल जवानों के नाम हेड कांस्टेबल मुन्ना कुमार और सुशांत कुमार है,यह दोनों सीआरपीएफ के 60 बटालियन के जवान हैं। मेडिका में लाने के बाद सुशांत कुमार की स्थिति काफी गंभीर थी उनके सीने में गोली लगी इस वजह से डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सुशांत कुमार मूल रूप से ओडिशा के रहने वाले थे वही दूसरे जवान मुन्ना कुमार का इलाज जारी है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी इस घटना के बाद शहीद जवान को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लिखा, झारखण्ड के पश्चिमी सिंहभूम में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के मुठभेड़ में एक जवान के शहीद होने की सूचना मिल रही है । इस अदम्य साहस और शहादत को नमन । एक और घायल जवान के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
सुरक्षा बल लगातार इन इलाकों में अभियान चला रहे हैं। जंगल के इलाकों में लैंड माइंस और कई स्पाइक छिपी है। जिससे नक्सली सुरक्षा बलों का रास्ता रोकने की कोशिश करते हैं। जिले के टोंटो थाना क्षेत्र इलाके में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। चार साल में पहली बार सुरक्षा बल भाकपा माओवादी नक्सली संगठन सेंट्रल कमेटी और एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा के करीब पहुंच गयी है।
सुरक्षा बल की मुठभेड़ मिसिर बेसरा के गिरोह के साथ हुई है। नक्सलियों के साथ हुई इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ कोबरा बटालियन और झारखण्ड पुलिस की ओर से झारखण्ड जगुआर की टीम शामिल थी। दोनों तरफ से कई राउंड गोलियां चली और मिसिर बेसरा अपने दस्ते के साथ पीछे हटने को मजबूर हो गया। इस अभियान की सफलता के बाद नक्सलियों का दायरा और छोटा हो गया है।
बंकर किया गया ध्वस्त थी कई सुविधाएं
अभियान की सफलता के बाद मिसिर बेसरा के बेस कैंप को सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया। बंकर 20 गुणा 40 के आकार में था और यही से एक करोड़ का ईनामी नक्सली मिसिर बेसरा ऑपरेट कर रहा था। बंकर में लाइट की सुविधा से लेकर दैनिक जरूरत का हर सामान मौजूद था। बंकर में सुरक्षा बलों को मोर्टार, विस्फोटक सहित अन्य हथियार और नक्सली साहित्य बरामद हुए हैं। पुलिस अधिकारियों ने अभी इस संबंध में खुलासा नहीं किया है लेकिन यह बड़ी सफलता मानी जा रही है।
मजबूत रहता है एक करोड़ ईनामी नक्सली का सुरक्षा घेरा
मिसिर बेसरा रणनीति बनाने वाला है वह कभी आमने – सामने की लड़ाई नहीं करता वह सुरक्षा घेरे के अंदर रहकर रणनीति तैयार करता है। नक्सली उसे मजबूत सुरक्षा घेरे के बीच रखते हैं बेस कैंप में जिस जगह मिसिर बेसरा रहता था, उसके चारों और लैंड माइंस बिछी रहती थी ताकि कोई भी आसानी से वहां तक ना पहुंच सके। चार वर्षों बाद सीआरपीएफ के सहयोग से पहली बार पुलिस मिसिर बेसरा के बेस कैंप तक पहुंचने में सफल हुई है।
नक्सलियों ने शुरू की फायरिंग जवाबी कार्रवाई में पीछे हटे
अभियान के दौरान सुरक्षा बलों को देखते ही नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में नक्सलियों को पीछे हटना पड़ा। पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान को औऱ तेज कर दिया है। कोल्हान के जंगल में सेंट्रल कमेटी के नक्सली मिसिर बेसरा, पतिराम मांझी, असीम मंडल सहित अन्य बड़े नक्सलियों के होने की सूचना है। इस सूचना के आधार पर पुलिस 11 जनवरी 2023 से विशेष अभियान चला रही है। इस अभियान में पुलिस को कई बड़ी सफलता हाथ लगी है।