Breaking: नगड़ी थाना क्षेत्र में राँची पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया दो लाख इनामी पीएलएफआइ एरिया कमांडर पुनई उरांव..

राँची।राँची पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है।राँची पुलिस के साथ मुठभेड़ में दो लाख इनामी पीएलएफआई एरिया कमांडर पुनई उरांव मारा गया।एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए पुनई उरांव को मार गिराया है।जिसमे एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा खुद पुलिस की ओर से अगुवाई कर रहे हैं।सर्च अभियान जारी है।सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार एसएसपी को सूचना मिली थी कि पीएलएफआइ एरिया कमांडर पुनाई उरांव नगड़ी थाना क्षेत्र के इलाके में देखा गया।सूचना पर एसएसपी की स्पेशल दस्ता और झारखण्ड जगुआर की टीम पहुँची।इसके बाद एनकाउंटर हुई जिसमें पुनई उरांव मारा गया है।वहीं कई उग्रवादी को गोली लगने की सूचना है।सर्च ऑपरेशन जारी है।नगडी के चेटे गांव के पास मारा गया है।

पुनई के खिलाफ राँची में हत्या, रंगदारी जैसे एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। जबकि खूंंटी में भी रंगदारी, आगजनी, हत्या जैसे कई मामले दर्ज हैं। राँची पुलिस एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में राँची खूंटी बॉर्डर पर दोपहर के समय से ही जमी थी। खूंटी बाॅर्डर के लोधमा इलाके में पीएलएफआई एरिया कमांडर पुनई के दस्ते के होने की सूचना पर पुलिस ने सर्च अभियान चलाया।

इस दौरान पुलिस को देख पुनई व अन्य उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में पुलिस ने एरिया कमांडर को मार गिराया। घटनास्थल पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम मौजूद हैं। बाद में राँची रेंज के डीआइजी अखिलेश कुमार झा भी मौके पर पहुंचे। एनकाउंटर के बाद पुलिस की टीम जंगली इलाके में लगातार सर्च अभियान चला रही है। पुलिस को बडे पैमाने पर हथियार व गोलियां मिलने की संभावना है।

पुनई उरांव के ऊपर झारखण्ड पुलिस ने दो लाख का ही नाम घोषित कर रखा था।पुनई खूंटी, गुमला और राँची के सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंक बना हुआ था. पुनई उरांव के खिलाफ राँची और खूंटी के अलग-अलग थानों में कुल 14 मामले दर्ज है। लंबे समय से पुलिस को उसकी तलाश थी।

पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का काफी करीबी था पुनई
रांची पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में मारा गया उग्रवादी पुनई पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का काफी करीबी था. पुनई उरांव एके-47 जैसे घातक हथियार भी रखता था. उसे हथियार सुप्रीमो दिनेश गोप की ओर से उपलब्ध कराया गया था.पुनई उरांव रांची में ठिकाना बनाकर जमीन कारोबारियों और बड़े व्यवसायियों से रंगदारी वसूल रहे थे. इस काम के लिए किसी की हत्या भी करना पड़े तो ये तैयार रहते थे. पुनई लेवी के पैसे को सुप्रीमो दिनेश गोप तक पहुंचाने का काम करता था.