Breaking:गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम में दो ग्रामीण की हत्या कर भाग रहे 10 लाख का इनामी नक्सली आलोक पुलिस एनकाउंटर में ढेर,चार सुरक्षा बल भी घायल हुए हैं।
गया: बिहार और झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बना 10 लाख इनामी नक्सली आलोक मारा गया है. गौरतलब है कि सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन और गया पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 10 लाख का इनामी नक्सली मार गिराया गया है. मामला गया जिले के बाराचट्टी का है. बाराचट्टी के महुअरी में ये कार्रवाई की गई है. ग्रामीण की हत्या कर भाग रहा था 10 लाख इनामी नक्सली आलोक इसी दौरान पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया.
जवाबी कार्रवाई में मारा गया नक्सली:-
जानकारी के अनुसार जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र के महुअरी गांव में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें नक्सली आलोक यादव भी पहुंचा हुआ था. चादर ओढ़कर वो कार्यक्रम में बैठा हुआ था. इस दौरान ही उसने फायरिंग कर दी. जिसमें दो ग्रामीणों की मौत हो गई.इसमें एक ग्रामीण का नाम वीरेंद्र यादव है, जबकि दूसरे का नाम सामने नहीं आया है. सूत्रों के मुताबिक कोबरा बटालियन के जवान और पुलिस भी चादर ओढ़कर कार्यक्रम में बैठे हुए थे. जवाबी फायरिंग में नक्सली को कोबरा बटालियन के जवानों ने ढेर कर दिया. आलोक यादव 10 लाख का इनामी नक्सली था. मौके से एके 47 और इंसास राइफल भी बरामद किए जाने की सूचना मिली है।वहीं चार सुरक्षा बल के जवान घायल हुए है।
कोबरा के चार जवान भी हुए हैं घायल, नक्सलियों के दो हथियार बरामद
पुलिस कार्रवाई में नक्सलियों के पास रहे दो आधुनिक हथियार भी बरामद किया गया है। इस घटना में कोबरा के चार जवान भी घायल हुए है। सभी को गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया है। सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
जीटी रोड के किनारे चल रहा था कार्यक्रम, नक्सलियों ने शुरू कर दी फायरिंग
घटना की पुष्टि करते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि शनिवार की देर रात जीटी रोड के किनारे नाच का एक कार्यक्रम चल रहा था। उसी दौरान नक्सलियों के दस्ता वहां पहुंचकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की हत्या कर दी है।
सीआरपीएफ और कोबरा के साथ जिला पुलिस ने घेराबंदी कर की जवाबी कार्रवाई
सूचना पर सीआरपीएफ कोबरा और जिला पुलिस बल ने घेरेबंदी की। घेरेबंदी के बाद दोनों ओर से कई राउंड गोलीबारी हुई है, जिसमें नक्सली संगठन का जोनल कमांडर मारा गया। इस तरह जोनल कमांडर सहित तीन की मौत इस वारदात में गई है। तीनों लोगों के शव एक पिकअप पर रखकर पोस्टमॉर्टम के लिए गया जिला मुख्यालय स्थित अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज में भेजे गए हैं।
आसपास के इलाके में लगातार छापेमारी कर रही है पुलिस
एसएसपी ने बताया कि नक्सली और पुलिस मुठभेड़ में के बाद एक एके-47 व इंसास राइफल बरामद की गई है। घटना के बाद सीआरपीएफ और कोबरा आस-पास के गांव व जंगली क्षेत्रों में लगातार छापेमारी कर रही है। कोबरा एसएसबी के द्वारा लोहारी के जंगलों में छापेमारी की कार्रवाई प्रारंभ है।
10 लाख का इनाम घोषित था मारे गये नक्सली कमांडर पर
पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे गये नक्सली जोनल कमांडर पर ₹10 लाख का इनाम घोषित था। गया के एसएसपी ने बताया कि आलोक की गतिविधियां ज्यादातर झारखण्ड के इलाके में थीं। झारखण्ड की सरकार ने ही उसपर इनाम रखा था। फिलहाल नक्सली कमांडर सहित दो लोगों का शव अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज पोस्टमाॅर्टम के लिए लाया गया है। मारे गए ग्रामीणों में एक की पहचान नदरपुर पंचायत के मुखिया के देवर वीरेंद्र यादव के रूप में की गई है, जबकि एक ग्रामीण की अभी पहचान नहीं हुई है।
मारे गये ग्रामीणों में से एक का घर 2005 में जला दिया था नक्सलियों ने
बताया जा रहा कि 2005 में नदरपुर स्थित वीरेंद्र यादव के घर को नक्सली संगठनों ने आग के हवाले किया था। तब से ये लोग घर छोड़कर बाराचट्टी में रह रहे थे। 2009 में वीरेंद्र यादव के बड़े भाई शंभू यादव की हत्या माओवादी संगठन ने सासाराम में कर दी थी। वीरेंद्र भी माओवादियों के निशाने पर काफी दिनों से चल रहा था और इसे कई बार नक्सली संगठन के द्वारा धमकी भी मिली थी।
झारखण्ड और बिहार के सीमावर्ती इलाके की कमान थी आलोक के पास
नक्सली जोनल कमांडर आलोक की हत्या के बाद उसके अन्य सहयोगी नक्सली घटनास्थल से फरार हो गए। वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र झारखंड की सीमा से सटे है । इस क्षेत्र में नक्सली कालेश के नाम से संगठन चला रहा था,इसकी कमान आलोक के पास थी। वह बिहार व झारखण्ड के अलग-अलग क्षेत्रों में नक्सली कार्रवाई को अंजाम देता था। एसएसपी ने कहा कि पुलिस की इस तरह की कार्रवाई से नक्सलियों का हौसला जरूर कम हुआ है।