प्रदेश में बढ़ते अपराध की रोकथाम के मांग को लेकर भाजपा महिला मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला
राँची। भाजपा महिला मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार शाम को राज्यपाल से मिला। उन्होंने प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रहे लगातार दुष्कर्म, बलात्कार, प्रताड़ना और हत्या की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य में हर रोज औसत 5 महिलाओं का शोषण हो रहा है और सरकार गूंगी बनी बैठी है।प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि हत्या के कारण प्रदेश की महिलाओं में आक्रोश व्याप्त है। सरकारी आंकड़े बताते है कि पिछले एक वर्ष में ही 1765 मां, बहन, बेटियों के साथ दुष्कर्म, हत्या की घटनाएं
घटित हुई है। इस प्रकार औसत 5 घटनाएं हर रोज घटित हो रही है। साथ ही उन्होंने ओरमांझी में महिला की सिर कटी लाश की घटना के उद्भेदन व कठोर कार्रवाई के लिए राज्य सरकार को निर्देशित करने के संबंध में ज्ञापन सौंपा।प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि राज्य की जनता बहन बेटियों की सुरक्षा के लिए गंभीर रूप से चिंतित है। सरकार की अकर्मण्यता के खिलाफ सड़क पर उतरने को मजबूर है। लेकिन दुर्भाग्य ये है कि पुलिस प्रशासन समस्याओं के समाधान की दिशा में कोई ठोस पहल न कर जनता की आवाज को कुचलने का प्रयास कर रहा है। आम आदमी पर झूठे मुकदमे दायर कर परिवारों को परेशान किया जा रहा है।
आश्वासन के बाद समाप्त किया प्रदर्शन
राज्यपाल के आश्वासन के बाद राजभवन के पास पिछले 4 दिनों से चल रहे महिला मोर्चा का प्रदर्शन समाप्त हो गया।प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सांसद अन्नपूर्णा देवी,महिला मोर्चा अध्यक्ष आरती कुजूर,प्रदेश उपाध्यक्ष गंगोत्री कुजूर,विधायक नीरा यादव, अपर्णा सेन गुप्ता,मेयर आशा लकड़ा, प्रदेश मंत्री काजल प्रधान,पूर्व मंत्री लुइस मरांडी,आरती सिंह अन्य शामिल थीं।
महिला मोर्चा की तीन प्रमुख मांगें
1.राज्य में महिला उत्पीड़न बलात्कार हत्या से संबंधित जितने एफआईआर दर्ज हुए हैं उसका फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से कड़ी सजा दिलाने की व्यवस्था हो।
- ओरमांझी घटना की CBIजांच हो।
3.राज्य में मां ,बहन ,बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने हेतु पुलिस प्रशासन को सख्त निर्देश दिए जाएं