गुमला पुलिस का बड़ा खुलासा:फर्जी लाइसेंस पर गुमला के विभिन्न बैंकों,एटीएम व कैश वैन में आर्म्स गार्ड कर रहे थे काम…
–पुलिस ने टीम गठित कर मारा छापा,12 बंदूक, 63 गोली के साथ दो लोग गिरफ्तार, सत्यापन में सभी लाइसेंस पाये गये फर्जी
गुमला।झारखण्ड के गुमला पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया जो फर्जी हथियार का लाइसेंस दिखाकर कई संस्थाओं में सिक्युरिटी गार्ड मुहैया कराता था।बताया जाता है कि जिले में विभिन्न बैंकों,एटीएम व कैश वैन में काम करने वाले आर्म्स गार्ड बिना लाइसेंस के ही बंदूक लेकर कार्य कर रहे थे। जब इसकी जानकारी गुमला एसपी को मिली तो उन्होंने एक टीम गठित कर जिले में छापामारी अभियान चलाते हुए दो लोगों को गिरफ्तार करते हुए 12 बंदूक व 63 जिंदा गोली जब्त की है।
इस संबंध में सोमवार को एसपी ऐहतेशाम वकारिव ने गुमला थाना परिसर में प्रेस कान्फ्रेंस कर जानकारी देते हुए बताया कि गुमला जिला में एक गिरोह सक्रिय है जो फर्जी लाइसेंस में आर्म्स बांट रहा है। इसकी सूचना मिलने पर एक छापामारी टीम का गठन किया गया। गठित टीम के द्वारा गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, राँची व धनबाद में खोजनबीन शुरू किया गया। जांच के क्रम में नकली लाइसेंस बनाने वाले धनबाद के रेशम बहादुर श्रेष्ठ उर्फ थापा एवं धनबाद से बंदूक व गोली लाकर उंचे दामों में बेचने वाले गुमला के शास्त्री नगर निवासी धीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया। इनके स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर 12 बंदूक व 63 जिंदा गोली बरामद किया गया। आर्म्स मजिस्ट्रेट के सत्यापन के बाद बंदूक व गोली जब्त कर लिया गया।
एसपी ने बताया कि गुमला में एक स्कैम चल रहा है। सिक्यूरिटी एजेंसी के नाम पर युवाओं को बिना लाइसेंस के बंदूक दिया जा रहा है और युवा नौकरी कर रहे हैं। युवाओं को दिया गया बंदूक का लाइसेंस अलग-अलग जिलों का फर्जी तरीके से बनाया गया है। जिसको लेकर सभी जिलों के डीएम व एसपी को मेल किया गया है और मामले के सत्यापन की अपील की गई है। पुलिस ने डीबीबीएल के सात व एसबीबीएल के पांच बंदूक, 12 बोरा का 63 जिंदा गोली, 12 आर्म्स लाइसेंस, एक मोहर लाइसेंस डिस्ट्रिक आर्म्स मजिस्ट्रेट नवादा व दो मोबाईल बरामद किया है।