Ranchi:बंदी में भी डुमरदगा स्थित बाल सुधार गृह में बच्चों के बीच पहुंच रहा था गांजा,सिगरेट खैनी,दुकानदार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज
— बाल सुधार के बगल में है एक गुमटी जिसके मालिक रामजी द्वारा नशा का सामान दीवार के उपर से फेंक कर पहुंचाई जा रही थी अंदर नाबालिग बच्चों तक
राँची।पूरे राज्य में स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह चल रहा है। दो बजे तक ही आवश्यक सामग्री बेचने के लिए दुकानें खुली है। इसके बाद भी डुमरदगा स्थित बाल सुधार गृह (संप्रेशन गृह) में नाबालिग बच्चों के पास आराम से नशे का सामान पहुंच रहा था। जिसे 10 मई को शाम 5.45 बजे पकड़ा गया। इस मामले में 14 मई को सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी बाल सुधार गृह के बगल में स्थित सुगरी पान दुकान के संचालक रामजी के विरुद्ध दर्ज कराई गई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार बाल सुधार गृह के समादेशक द्वारा लिखित आवेदन दिया गया है। जिसमें बताया गया है कि संप्रेशन गृह के बगल में सुगरी पान दुकान है। जिसके संचालक रामजी द्वारा दीवार के उपर से नशे का सामान फेंक कर पहुंचाया जाता है। 10 मई की शाम 5.45 बजे दुकान के संचालक रामजी द्वारा दीवार के उपर से नशे का सामान फेंका जा रहा था। जिसे पकड़ने की कोशिश की गई लेकिन वह वहां से फरार हो गया। जैसे ही रामजी ने संप्रेशन गृह के अंदर दीवार के उपर से नशे का सामान फेंका सैप दो के जवानों ने उसे तुरंत जब्त कर लिया।
गांजा, सिगरेट, गुटखा सब फेंक कर पहुंचा रहा था दुकान संचालक
जब सैप दो के जवानों ने फेंके समानों को जब्त किया और उसे देखा तो वे भी दंग रह गए। फेंके गए सामान में दो पैकेट गांजा, 40 पैकेट खैनी, 40 पैकेट बीड़ी, गुटखा 58 पीस, रोज सुपारी 86 पीस, सरसो तेल दो पैकेट, 32 पाउच सैंपू, 12 पैकेट बिस्किट, 20 पीस मिक्सचर शामिल था। संप्रेशन गृह के समादेशक ने थाना प्रभारी से अनुरोध किया है कि बगल से शीघ्र पान की गुमटी को हटाया जाए और आरोपी रामजी को गिरफ्तार किया जाए।
छत के उपर बनाया गया निगरानी पोस्ट
संप्रेशन गृह में बंद बच्चों को कोई इस तरह के सामान नहीं पहुंचाए और बच्चे दीवार फांद कर नहीं भागे इसके लिए छत के उपर दो निगरानी पोस्ट बनाया गया है। जिसपर सैप दो के जवानों द्वारा लगातार निगरानी रखी जाती है। क्योंकि संप्रेशन गृह की दीवार फांद कर कई बार नाबालिग बच्चे भाग चुके है। इस मामले में जांच अधिकारी पीएसआई सुबोध कुमार को बनाया गया है।