लोहरदगा:पीड़ित परिवार से मिलने पहुँचे पूर्व सीएम रघुवर दास को हिंसा प्रभावित गांव जाने से प्रशासन ने रोका,अस्पताल में घायलों से मिले
लोहरदगा।झारखण्ड में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास लोहरदगा के हिरही भोक्ता बगीचा इलाके में रामनवमी के दौरान घटी घटना के बाद पीड़ित परिवार से मिलने लोहरदगा पहुंचे,लेकिन जिला प्रशासन ने सुरक्षा का हवाला देते हुए प्रभावित गांव जाने से उन्हें रोक दिया। इससे पूर्व सीएम श्री दास नाराज दिखे।
इसके बाद रघुवर दास ने अधिकारियों को चेताया कि तुष्टिकरण के चक्कर में बहुसंख्यक समाज को दबाना बंद करें।जुलूस इस क्षेत्र से जायेगा, इस क्षेत्र से नहीं जायेगा यह नहीं चलेगा।साथ ही दिखावे की कार्रवाई का भी भाजपा कड़ा विरोध करेगी।प्रशासन का बैलेंसिंग एक्ट नहीं चलेगा, जिसमें दोनों पक्षों के बराबर-बराबर लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जो दोषी है, उस पर निष्पक्ष होकर कार्रवाई करनी होगी।
लोहरदगा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम श्री दास ने कहा कि यह घटना सुनियोजित साजिश के तहत अंजाम दिया गया है।यहां का सौहार्द बिगाड़ने का लगातार प्रयास किया जा रहा है।कहा कि हर पर्व त्योहार के अवसर पर शरारती तत्व माहौल बिगाड़ने में जुट जाता है।इसके बावजूद ना तो राज्य सरकार इस दिशा में गंभीर दिखती है और ना ही जिला प्रशासन।पूर्व सीएम श्री दास ने रामनवमी शोभायात्रा के दौरान हिंसक झड़प में शामिल लोगों को चिह्नित करते हुए अविलंब गिरफ्तार करने की अपील की है।साथ ही र्निदोष लोगों को परेशान नहीं करने की बात कही। इस दौरान उन्होंने विभिन्न संगठनों के लोगों के साथ बैठक कर पूरे मामले की जानकारी लेते हुए इस घटना पर दुख व्यक्त किया और पीड़ित लोगों के परिजनों से वीडियो कॉल पर बात की और कहा कि जल्द ही उनके गांव आकर पीड़ित परिजनों से मिलेंगे।इस दौरान पूर्व सीएम घायलों से मिलने लोहरदगा सदर अस्पताल भी गये।इस मौके पर उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
बता दें लोहरदगा जिला स्थित हिरही भोक्ता बगीचा इलाके के पास रामनवमी की शोभायात्रा पर पत्थरबाजी के बाद दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई थी इस झड़प में एक व्यक्ति की मौत और 12 अन्य लोग घायल हुए थे। हिंसक झड़प के बाद प्रशासन ने लोहरदगा शहर में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया था और धारा 144 लागू किया गया था।