चलती मोपेड में अचानक लगी आग,दो सहोदर भाई जिंदा जल गए
औरंगाबाद।बिहार के औरंगाबाद जिले में मोपेड में अचानक आग भड़क गई। जिसके कारण दो सहोदर भाई जिंदा जल गए। जिसमें दोनों की मौत हो गई। एक ने मौके पर हीं दम तोड़ दिया। जबकि दूसरे को नाजुक हालत में बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर किया गया है। रास्ते में उन्होंने भी दम तोड़ दिया। घटना नगर थाना क्षेत्र के कामा बिगहा समीप कोलकाता-नई दिल्ली हाईवे की है। दोनों मृतक में एक का नाम 47 वर्षीय पूर्व सरपंच योगेंद्र मिश्र जबकि दूसरा भाई नारायण मिश्र बताया जा रहा है। दोनों मृतक सिमरा थाना क्षेत्र के कर्मा बसंतपुर गांव का रहने वाला था। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मोपेड बाइक शहर से कामा बिगहा की ओर आ रही थी। इसी दौरान मोड़ 50 मीटर पहले आचनक मोपेड में आग भड़क गई। देखते हीं देखते आग की तेज लपट उठने लगी। जिसमें दोनों भाई जल रहे थे। बाइक कुछ दूर पर जाकर गिर गई। जिसपर दोनों भाई लुढ़क गए।आसपास के लोग शोर मचाते हुए मौके पर दौड़े और लोगों ने किसी तरह आग बुझाई। इस दौरान हाईवे पर कई वाहन वाले भी रुक कर आग बुझाने में मदद की। तबतक एक भाई की मौत हो चुकी थी। जबकि दूसरे की सांसें चल रही थी। आनन-फानन में जख्मी को इलाज के लिए लोगों द्वारा सदर अस्पताल लाया गया। जख्मी को बेहतर इलाज के लिए गया ले गए। गया ले जाने के क्रम में ही रास्ते में दूसरे भाई ने भी दम तोड़ दिया।
घटना के कारण मौके पर सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच गए। कई वाहन भी खड़ी हो गई। जिसके कारण वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम करीब एक घंटे तक लगी रह गई। जिससे करीब दो किमी तक वाहनों की लंबी कतार लग गई। जिससे 44 डिग्री पारा के बीच तेज लू में यात्री परेशान हो गए। जाम में कई गाड़ियां फंसी रही। जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। घटना की सूचना मिलते हीं नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को सड़क से उठाकर अस्पताल पहुंचायी। जिसके बाद आवागमन शुरू हुआ।
इधर परिजनों ने बताया कि मृतक पूर्व सरपंच के बड़े भाई नारायण मिश्रा को लकवा मार दिया था। जिससे वे पीड़ित थे। उनका कई अंग कम काम करता था। जिसके कारण शहर एक फिजियोथेरेपी डॉक्टर के पास रोजाना इलाज कराने आते थे। दोनों भाइयों में काफी प्रेम था। उनके भाई अयोध्या मंदिर निर्माण समिति में अपना योगदान कर रहे हैं और वहीं रहते हैं, लेकिन तबीयत खराब होने के बाद से वे घर पर रह रहे हैं। बीमार भाई को फिर से दौड़ाने का वादा पूर्व सरपंच ने की थी। बड़े भाई को भी उनपर भरोसा था, लेकिन होनी को ये मंजूर न था। इस घटना में दोनों भाइयों की जान चली गई।घटना मंगलवार की है।