मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन से झारखंड मंत्रालय में राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय, रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने भेंटवार्ता की।
★ सेना की वर्दी को देखकर होता है अभिमान
★ सेना में भर्ती के लिए झारखण्ड के युवाओं में है अपार क्षमता
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि सेना की वर्दी को देखकर ही अभिमान होता है। नेशनल डिफेंस कॉलेज के दल राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक विषयों पर प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न राज्यों के दौरे पर है। भारत की विविधता और लोकतांत्रिक स्वरूप को जानने और समझने का अवसर मिल रहा है। जनजातीय बहुलता, सीधी और सरल जीवन शैली, खनिज से अलग प्रचूर प्राकृतिक सौंदर्य झारखण्ड की विशिष्टता है। झारखण्ड के लिए कई चुनौतियां भी हैं जिनमें कुपोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य, नक्सल आदि महत्वपूर्ण हैं। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने झारखण्ड मंत्रालय में नेशनल डिफेंस कॉलेज के 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए यह बात कही।
झारखण्ड के युवाओं में है अपार क्षमता
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड के युवाओं में अपार क्षमता है, वे सेना में अधिक से अधिक संख्या में चुने जाएं इसके लिए प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि चयन से जुड़े सेना के वरीय लोगों से वे उन कारणों को भी समझेंगे कि किन कारणों से हमारे युवा पीछे रह जाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन कारणों को दूर कर हमारे युवाओं को सेना के लिए पूरी तरह फिट किया जाएगा।
खुले मन से वे जमशेदपुर क्षेत्र का भ्रमण करें
मुख्यमंत्री ने मेजर जनरल यू सुरेश कुमार के नेतृत्व में आयी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से कल से आज तक के उनके दौरे के अनुभवों को जानना चाहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि खुले मन से वे जमशेदपुर क्षेत्र का भ्रमण करें। खनिज क्षेत्रों में आम जनजीवन पर उसके प्रभाव को भी देखें ताकि एक समेकित दृष्टि बन सके।
विकास हमेशा लोगों की खुशहाली से ही मापा जा सकता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास हमेशा लोगों की खुशहाली से ही मापा जा सकता है। हम सभी चुनौतियों से आगे बढ़कर झारखण्ड के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं। आप सब का फीडबैक राज्य के विकास हित में होगा।
भेंटवार्ता बैठक में प्रधान सचिव, कैबिनेट श्री अजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपालजी तिवारी, मेजर जनरल यू सुरेश कुमार के नेतृत्व में 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में टूर कोऑर्डिनेटर भारतीय पुलिस सेवा के श्री अखिल कुमार तथा कॉलेज के फैकल्टी और कोर्स मेंबरों में ब्रिगेडियर से लेकर अन्य वरीय के स्तर के सैन्य अधिकारी शामिल थे।