विधानसभा चुनाव 2024: राँची रेंज डीआईजी ने कानून-व्यवस्था को लेकर की बैठक,जारी किए कई निर्देश
राँची।झारखण्ड में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हर जिला की पुलिस रेस है।विधानसभा चुनाव के दौरान शांति व्यवस्था को बनाए रखने में कोई चूक ना हो जाए इसे लेकर हर तरह की तैयारियां की जा रही है। रविवार को राँची रेंज के डीआईजी अनूप बिरथरे ने राँची के एसएसपी सहित सभी वरीय अधिकारियों और थानेदारों के साथ बैठक कर शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करवाने को लेकर कई तरह के निर्देश जारी किए।
डीआईजी ने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राँची एसएसपी के साथ साथ सभी वरीय अधिकारियों और थानेदारों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक कर चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं।इस बैठक में पुलिस अफसर को यह निर्देश दिया गया है कि वे लंबित वारंट/कुर्की/गैर जमानतीय/स्थायी वारंट का निष्पादन त्वरित गति से करे। पुलिस की ओर से चुनाव से पहले तीन या फिर उससे अधिक बार संगीन मामलों में जेल जाने वाले अपराधियों को जिला बदर किया जाएगा।
डीआईजी ने जिला के सभी थानेदारों को ऐसे अपराधियों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।थानेदारों से कहा गया है कि सूची में वैसे अपराधी का नाम भी अंकित करें, जो विधानसभा चुनाव में खलल डाल सकते हैं।इसके साथ साथ जिले के सभी थानों में लंबित वारंटियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का निर्देश दिया गया है।थानेदारों से कहा गया है कि हर हाल में मतदान से पहले वारंटियों को गिरफ्तार करें, ताकि शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
डीआईजी में बैठक में यह भी निर्देश दिया है कि अपराधियों के विरूद्व निरोधात्मक कार्रवाई करने के साथ साथ लाइसेंसी शस्त्र का सत्यापन एवं जमा करने, अवैध शराब/मादक पदार्थ/अवैध माईनिंग/नकद आदि की बरामदगी, सक्रिय आपराधियों एवं नक्सलियों के विरूद्व सघन अभियान चलाकर गिरफ्तारी सुनिश्चित करने, अपने-अपने क्षेत्र में निरंत आर0ओ0पी0/एरिया डोमिनेशन करने, अंतरराज्यीय एवं अंतरजिला सीमा पर स्थापित चेक नाकों/पोस्टों पर सघन कार्रवाई, संवेदनशील क्षेत्रों एवं संवेदनशील व्यक्तियों/अभियुक्तों की पहचान कर विधिपूर्वक आवश्यक कार्रवाई करने की कार्रवाई करें।
डीआईजी ने बैठक में यह भी निर्देश दिया है कि सीएपीएफ के साथ अन्य केंद्रीय बलों, होमगार्ड एवं चुनाव में संलग्न होने वाले बलों के आवासन, परिवहन एवं अन्य मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाए।
डीआईजी ने एक साल के भीतर जेल से छूटे अपराधियों की गतिविधि पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है।अगर किसी अपराधी की गतिविधि संदिग्ध नजर आए तो उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजें।थानेदारों से यह भी कहा गया है कि सालभर के भीतर जितने भी अपराधी संगीन मामले में जेल से जमानत पर बाहर निकले हैं, उन सभी अपराधियों से थाना हाजिरी लगवाएं।उनकी हाजिरी को रजिस्टर में इंट्री करने का निर्देश दिया गया है।बैठक में एसएसपी,सिटी एसपी,ग्रामीण एसप,सभी डीएसपी और थानेदार शामिल थे।