राँची में चुनाव आयोग की बैठक:राजनीतिक दलों के साथ बैठक में किसी ने गृह सचिव को हटाने,किसी ने अफवाह फैलाने वाले नेताओं के झारखण्ड आने पर रोक की मांग..

 

राँची।झारखण्ड में विधानसभा चुनाव को लेकर झारखण्ड दौरे पर आई भारत निर्वाचन आयोग की टीम राँची के रेडिसन ब्लू होटल में मैराथन बैठक कर रही है।मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ.एसएस संधू के साथ आज लगभग 20 केंद्रीय और राज्य प्रवर्तन एजेंसियों के साथ झारखण्ड में आगामी विधानसभा चुनाव को प्रलोभन मुक्त तरीके से संपन्न कराने के लिए चुनाव तैयारियों की समीक्षा की।

साथ ही चुनाव आयोग की टीम ने पहले दिन की बैठक राजनीतिक दलों के साथ भी बैठक की।इस बैठक में राजनीतिक दल के कांग्रेस,भारतीय जनता पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, राजद, आजसू समेत झारखण्ड के नौ राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के प्रतिनिधियों ने आयोग को एक-एक कर सुझाव दिए

चुनाव आयोग के समक्ष प्रत्येक राजनीतिक दल के लिए 12 मिनट का समय निर्धारित किया गया।इस निर्धारित समय में राजनेताओं को आयोग को सुझाव देने थे। इस दौरान भाजपा ने जहां राज्य की गृह सचिव वंदना दादेल को चुनाव कार्य से अलग रखने की मांग की, वहीं कांग्रेस ने उन्माद फैलाने वाले भाजपा नेताओं को झारखण्ड आने से रोकने की मांग की।

भाजपा की चुनाव आयोग से मांग

–बांग्लादेशी घुसपैठियों का पहचान पत्र रद्द करें
–त्योहार को ध्यान में रखते हुए मतदान की तिथि करें घोषित
–कम से कम चरणों में मतदान हो
–गृह सचिव वंदना दादेल को चुनाव कार्य से रखा जाए अलग

कांग्रेस की चुनाव आयोग से मांग

–अफवाह फैलाने वाले भाजपा नेताओं को झारखण्ड आने से रोका जाए
–15 नवंबर के बाद कराएं चुनाव
त्योहारों को ध्यान में रखते हुए चुनाव की तिथि की करें घोषणा
–कम से कम चरणों में मतदान हो

झामुमो की चुनाव आयोग से मांग

–झारखण्ड स्थापना दिवस को ध्यान में रखते हुए मतदान की तिथि करें घोषित
–चुनाव के दौरान की जाए राज्य पुलिस के साथ केंद्रीय बलों की प्रतिनियुक्ति
–जाति और धर्म को लेकर भड़काऊ भाषा के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाए
–कम से कम चरणों में मतदान हो

आजसू की चुनाव आयोग से मांग

–चुनाव तय तिथि पर ही कराएं
निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से कई चरणों में कराए जाएं चुनाव
–बांग्लादेशी घुसपैठियों का पहचान पत्र रद्द करने की मांग।

भाजपा नेता राकेश प्रसाद और सुधीर श्रीवास्तव ने आयोग को लिखित सुझाव देते हुए कहा कि बड़ी संख्या में मतदाता बन चुके बांग्लादेशी घुसपैठियों का पहचान पत्र रद्द करने के अलावा पर्व त्योहार को ध्यान में रखते हुए मतदान की तिथि घोषित करने का अनुरोध किया, वहीं चुनाव आयोग से राज्य में कम से कम चरणों में मतदान कराने का अनुरोध किया है।भाजपा नेता राकेश प्रसाद ने गृह सचिव वंदना दादेल द्वारा हाल ही में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ चुनाव आयोग को लिखे गए पत्र का हवाला देते हुए आयोग के समक्ष आपत्ति जताई है।राकेश प्रसाद ने कहा कि वंदना दादेल अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एक विशेष दल के लिए काम कर रही हैं।

कांग्रेस की ओर से विनय सिन्ह दीपू और शशि भूषण राय ने सुझाव देते हुए चुनाव आयोग से कहा कि अफवाह फैलाने वाले भाजपा नेताओं को झारखण्ड आने से रोका जाए।कांग्रेस नेता विनय सिन्हा दीपू ने कहा कि राज्य में 15 नवंबर के बाद चुनाव कराए जाने चाहिए क्योंकि दुर्गा पूजा, छठ और राज्य स्थापना दिवस भी इसी दौरान है, इसलिए आयोग को त्योहारों को ध्यान में रखते हुए चुनाव की तिथि तय करनी चाहिए। इसके अलावा कांग्रेस ने आयोग से राज्य में कम से कम चरणों में चुनाव कराने का भी अनुरोध किया है।

इस बीच झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने चुनाव आयोग को लिखित सुझाव देते हुए अनुरोध किया है कि 15 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस को ध्यान में रखते हुए मतदान की तिथि तय की जाए। झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की ओर से पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, विधायक सुदिव्य सोनू ने आयोग के समक्ष अपने सुझाव दिए।सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव के दौरान राज्य पुलिस के साथ केंद्रीय बलों की प्रतिनियुक्ति की जानी चाहिए ताकि शांति भंग न हो।सुप्रियो ने कहा कि आयोग से मांग की गई है कि जाति और धर्म को लेकर भड़काऊ भाषा के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाए और कम से कम चरणों में चुनाव कराने का प्रयास किया जाए।

आजसू की ओर से हरसाद अंसारी ने आयोग से चुनाव तय तिथि पर ही कराने का सुझाव और अनुरोध किया है और कहा कि चूंकि यह नक्सल प्रभावित राज्य है, इसलिए निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से कई चरणों में चुनाव कराए जाएं। मुख्य चुनाव आयुक्त की मौजूदगी में राजनीतिक दलों के साथ बैठक के बाद आयोग ने इन सुझावों पर विचार करने का आश्वासन दिया है।