विदाई होनी थी तो दूल्हे ने बाइक की डिमांड रख दी,दुल्हन ने दूल्हे को जमकर पीटा,फिर पुलिस को बुलाया,दुल्हन की सारी शर्तें मानने के बाद ही हुई विदा…
ऑनलाइन डेस्क: राजस्थान के भरतपुर जिले के कामां थाना इलाके में सोमवार रात को एक शादी हुई। फेरे होने तक सब कुछ सही रहा, पर मंगलवार सवेरे करीब 11:00 बजे जब दुल्हन की विदाई होनी थी तो दूल्हे और उसके पिता ने एक ऐसी डिमांड रख दी कि बवाल मच गया । दुल्हन की विधवा मां और परिवार के अन्य सदस्य दूल्हे और उसके पिता के हाथ जोड़ते रहे। लेकिन जब दूल्हे के पिता और दूल्हे ने उनकी एक नहीं सुनी तो गांव वालों ने दूल्हे और उसके पिता को बुरी तरह पीट दिया। बाद में पुलिस के हवाले और कर दिया। मंगलवार की रात को पुलिस ने दूल्हे और परिवार के अन्य सदस्यों को थाने से छोड़ा,उसके बाद जाकर दुल्हन की सशर्त विदाई हो सकी । मामला बेहद हैरान करने वाला है । दुल्हन पक्ष के द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत बुधवार को वापस ले ली गई है ।
दूल्हा द्वार पर आया और जमकर किया स्वागत
दरअसल, कामां थाना क्षेत्र के डीमर मोहल्ला निवासी कमला देवी की बेटी पिंकी की शादी बल्लभगढ़ क्षेत्र के कनेरी गांव में रहने वाले प्रदीप कुमार से तय हुई थी । पिंकी के पिता की कुछ समय पहले मौत हो गई थी । मां ने अपनी बेटी को जैसे-तैसे पाला था, उसके बाद परिवार एवं समाज की मदद से बेटी की शादी तय कर दी थी । सोमवार को तय समय पर बारात आई थी । बारातियों का और दूल्हे का जोरदार स्वागत किया गया था । उसके बाद दूल्हे को बातचीत के अनुसार सोने चांदी के गहने और दहेज का कुछ अन्य सामान सौंपा गया था।
एक डिमांड ऐसी कर दी की सात फेरे लेने के बाद भी दुल्हन ने कर दिया इंकार
देर रात पिंकी और प्रदीप के फेरे हुए और मंगलवार सवेरे प्रदीप अपनी दुल्हन पिंकी को विदा कर ले जाने वाला था। लेकिन विदाई से ठीक पहले प्रदीप और उसके पिता चतर सिंह ने दुल्हन पक्ष के सामने मोटरसाइकिल और सोने के कुछ और जेवरों की बात रख दी । उनका कहना था जब तक जेवर और गाड़ी नहीं दी जाएगी तब तक दुल्हन को नहीं लेकर जाएंगे और अब फेरे भी हो गए हैं तो ऐसे में पिंकी की और कहीं शादी भी नहीं की जा सकती। दूल्हे और उसके पिता की इस मांग के आगे पूरा गांव अचानक सदमे में आ गया ।
पहले तो दूल्हे को जमकर पीटा, फिर पुलिस को बुलाया गया
पिंकी की मां कमला देवी ने ससुर चतर सिंह के सामने नाक रगड़ी , लेकिन वह लोग पिंकी को ले जाने के लिए तैयार नहीं हुए। समाज और गांव के लोगों ने भी दुल्हन को विदा कराने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी । ऐसे में दुल्हन पक्ष ने और गांव के लोगों ने दूल्हे और उसके पिता को पीट दिया । दोनों की पिटाई होती देख दूल्हे के और रिश्तेदार वहां से भाग गए। इस मारपीट के बाद पुलिस को सूचना दी गई तो दोपहर में पुलिस पहुंची और प्रदीप, उसके पिता चतर सिंह और कुछ अन्य लोगों को थाने ले गई । थाने ले जाकर पुलिस ने भी दोनों बाप बेटों की ढंग से हजामत बनाई ।
दुल्हन की सारी शर्तें मानने के बाद ही हुई विदा
उसके बाद गांव के ही कुछ लोग थाने पहुंचे और उन्होंने चतर सिंह और उसके बेटे प्रदीप से बातचीत की। पिंकी को ले जाने की शर्त पर थाने से छुड़ाने की बात कही। पिता-पुत्र अपनी बहू को ले जाने के लिए तैयार हो गए तो गांव वालों ने पुलिस के सामने कुछ दस्तावेज हस्ताक्षर कराए की पिंकी को कोई परेशानी नहीं होगी। पिता पुत्र ने दस्तावेज हस्ताक्षर किए, उसके बाद रात में दुल्हन की विदाई हो सकी ।बुधवार सवेरे जब दुल्हन ने अपनी मां को फोन करके बताया कि वहां सब सही है तब मां और गांव के अन्य लोगों ने पुलिस थाने जाकर अपनी शिकायत वापस ली है। लेकिन गांव में हुई शादी की चर्चा जोरों पर है।