सावधान :जिनकी कोविड से हुई मौत उनके परिजनों को फोन कर रहे है साइबर अपराधी, कर रहे है ठगी,46 हजार निकाले खाते से..
राँची। कोविड से जिनकी मौत हुई है,अब उनके परिजनों को साइबर अपराधी फोन कर रहे है और हेल्थ डिपार्टमेंट से पैसा मिलेगा का लालच देकर उनके खाते से ठगी कर रहे है। ताजा मामला पुंदाग ओपी में आया है।जहां कोविड के नाम पर 46850 रुपए की ठगी मामले में राँची के पुंदाग निवासी दिव्या भारती (23) ने पुंदाग ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार दिव्या पुंदाग के बगीचा टोली में रहती है। 14 सितंबर 2021 को उनके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से फोन आया था। फोन करने वाले ने कहा कि आपके पिता की मौत कोविड की वजह से हुई थी। फोन करने वाले ने कहा कि हेल्थ डिपार्टमेंट डीसी अॉफिस के जरिए राशि का भुगतान किया जा रहा है। फिर फोन करने वाले ने दिव्या सिंह से उनका एकाउंट नंबर पहले मांगा। फिर एटीएम के फोटो मांगा तो उन्होंने दे दिया। इसके बाद फोन करने वाले ने एक एप एनी डेस्क डाउन लोड करने को कहा। जैसी ही दिव्या ने एप डाउन लाउड किया, फोन करने वाले ने उनके मोबाइल का स्क्रीन शेयर कर लिया और उनके खाते से 46850 रुपए की निकासी कर ली। खाते से पैसे निकलने का मैसेज जैसे ही उनके मोबाइल पर आया। दिव्या समझ गई कि उनके साथ ठगी हुई है। इसके बाद उन्होंने पुंदाग ओपी में जाकर मामले की जानकारी दी। पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन कर रही है। साइबर अपराधी लगातार ठगी के तरीके बदल रहे है। हाल के दिनों में कोविड से मरने वालों को राशि मिलेगी जब से घोषणा हुई है, अपराधी ऐसे लोगो की ठगी के लिए तलाश में लगे रहते है।
कोई भी अनजान फोन कर राशि देने की बात कहे तो उसे नहीं करे इंटरटेन
सरकार या स्वास्थ्य विभाग या जिला प्रशासन की ओर से ऐसे किसी भी व्यक्ति के परिजन को फोन कर राशि भुगतान की सूचना नहीं दी जा रही है। अगर कोई भी व्यक्ति फोन कर ऐसे परिजनों को फोन करता है तो उसे कतई इंटरटेन ना करे। ये साइबर अपराधी हो सकते है। ऐसे लोगो को ना तो अपना आधार कार्ड का डिटेल दे, ना ही बैंक एकाउंट का और ना ही एटीएम का। ये डिटेल लेते ही आपके खाते से पूरे पैसे निकाल लेंगे। जब से यह घोषणा हुई है कि सरकरा कोविड से मरने वालों के परिजनों को राशि देगी, तब से साइबर अपराधी और सक्रिय हो गए है। वहीं किसी अनजान के कहने पर एनी डेस्क एप कभी भी डाउन लोड नहीं करे। एनी डेस्क एप के जरिए आपके मोबाइल का स्क्रीन साइबर अपराधी शेयर कर लेते है और उसका कमांड उनके पास चला जाता है। जिसके जरिए वे आपकी सारी जानकारी लेकर आपके खाते से पैसे निकाल लेते है।