#JOB: राँची में सेना भर्ती रैली पांच से 18 अप्रैल तक, दलालों के फेर में न पड़ें अभ्यर्थी।
रांची. देश की सेवा करने वाले इच्छुक युवाओं के लिए भारतीय सेना ने पांच अप्रैल से 18 अप्रैल तक रांची के मोरहाबादी मैदान में रैली भर्ती का आयोजन किया है। रैली भर्ती में राज्य के 24 जिला के योग्य पुरुष उम्मीदवार भाग ले सकते हैं। इसके लिए पांच फरवरी से 20 मार्च तक उम्मीदवारों को ऑनलाइन पंजीयन कराना अनिवार्य है। तय तिथि के दौरान ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले उम्मीदवार को ही रैली भर्ती में शामिल होने की अनुमति प्रदान की जाएगी। ये जानकारी सोमवार को डायरेक्ट रिक्रूटमेंट सेल के कर्नल इंद्रजीत सिंह पटियाल ने दी।
21 मार्च से चार अप्रैल तक रजिस्टर्ड ईमेल आईडी पर अभ्यर्थियों को भेजे जाएंगे एडमिट कार्ड
कर्नल इंद्रजीत सिंह पटियाल ने बताया कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने वाले अभ्यर्थियों को 21 मार्च से चार अप्रैल तक उनके द्वारा रजिस्टर्ड किए गए ईमेल आईडी पर एडमिट कार्ड भेजा जाएगा। इसके बाद एडमिट कार्ड में तय तिथि के अनुसार अभ्यर्थियों को सेना भर्ती रैली में पहुंचना है और शारीरिक परीक्षा में शामिल होना है।
दलालों से सावधान रहने की अपील
कर्नल इंद्रजीत सिंह पटियाल ने बताया कि अभ्यर्थियों को दलालों से सावधान रहने की जरूरत है। कोई भी अभ्यर्थी सेना में भर्ती के लिए दलालों के चक्कर में ना आएं। सेना में भर्ती निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से की जाती है। शारीरिक व लिखित परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को किसी प्रकार के पैरवी की आवश्यकता नहीं होती है। सभी योग्य उम्मीदवारों को सेना में निष्पक्ष तरीके से बाहर किया जाता है।
सेना में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले दो दिन पहले हुए हैं गिरफ्तार
एआरओ रांची द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि दो फरवरी को चुटिया के थाना प्रभारी रवि ठाकुर के नेतृत्व में एक पुलिस दल द्वारा दो दलाल को गिरफ्तार किया गया था, क्योंकि उन्हें ठग के बारे में सेना के खुफिया अधिकारी से एक इनपुट मिला था।
गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए ठाकुर ने राजस्थान के सीकर जिले के निवासी श्रवण कुमार को ट्रैक किया, जिसके बाद दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकी। कुमार द्वारा चुटिया पुलिस स्टेशन में एक शिकायत भी दर्ज की गई थी। एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया था।
चुटिया थाना प्रभारी रवि ठाकुर ने कहा: “सेना में नौकरी दिलाने के बहाने ठगों ने पहले ही शिकायतकर्ता से 3.50 लाख रुपये ठग लिए थे। पीड़ित का मेडिकल सर्टिफिकेट सत्यापित करवाने के लिए पीड़ित शहर आया था, क्योंकि उसे संदेह था। हमने आईपीसी की धारा 406,420, 468 और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
सेना के अधिकारियों द्वारा इन दलाल को ट्रैक करने के लिए क्या उपाय किए गए हैं, इस बारे में पूछे जाने पर एआरओ ने कहा कि उनके पास उनकी खुफिया प्रणाली उनके गतिविधियों पर नज़र रख रही है और उन्हें स्थानीय पुलिस को सूचित किया जा रहा है। हालांकि उन्होंने चुटिया की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।