Jharkhand:बहुचर्चित ओरमांझी हत्याकांड के मुख्य आरोपी शेख बेलाल को आज कोर्ट के समक्ष पेश किया,कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा.

राँची।झारखण्ड में बहुचर्चित घटना में एक ओरमांझी हत्याकांड है।युवती की सिर काटकर बेरहमी से हत्या करने वाला मास्टरमाइंड शेख बेलाल को आज शनिवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया।कोर्ट ने आरोपी शेख बेलाल को को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया हैं।आरोपी की पत्नी साबो को शुक्रवार को ही जेल भेजा जा चुका है।दोनों आरोपियों को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष शुक्रवार को भी पेश किया गया था।शुक्रवार को कोरोना जांच रिपोर्ट उपलब्ध नहीं होने की वजह से बेलाल को वापस ओरमांझी थाना ले जाया गया था।शनिवार को मुख्य आरोपी शेख बेलाल का कोरोना रिपोर्ट आने के बाद बेलाल को कोर्ट के पेश किया गया।जिसके बाद कोर्ट ने बेलाल को 29 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

शेख बिलाल और उसकी पत्नी का किया गया कोरोना जांच

ओरमांझी हत्याकांड का मास्टरमाइंड शेख बिलाल और उसकी पत्नी सब्बो खातून को कोरोना जांच के साथ जेल भेजने से पहले अन्य शारीरिक जांच के लिए सदर अस्पताल लाया गया था. इस दौरान कड़ी सुरक्षा का इंतजाम था। शेख बिलाल और उसकी पत्नी को पुलिस के जीप से राँची के सदर अस्पताल लाया गया था, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. करीब एक दर्जन से भी ज्यादा की संख्या में पुलिस के जवान सदर अस्पताल में मौजूद थे।

गुस्साए आंखों से लोगों को घूर रहा था बिलाल

पीले रंग की जैकेट में अपने पूरे चेहरे को ढककर पुलिस की जीप से पहुंचा शेख बिलाल लोगों को घूर रहा था. उसकी आंखें यह बता रही थी कि वह काफी गुस्से में है. उसे अपने द्वारा किए गए जघन्य अपराध का कोई मलाल चेहरे पर नहीं झलक रहा था।मीडिया कर्मियों ने जब बिलाल से घटना के विषय में सवाल किया तो वह कुछ भी नहीं कहा।

पुलिस के अनुसार, सूफिया शेख बेलाल की दूसरी पत्नी थी, जबकि साबो पहली पत्नी। पुलिस के अनुसार इन्हीं दोनों ने मिलकर सूफिया का कत्ल किया। ये मूल रूप से राँची के पिठोरिया थाना क्षेत्र के चंदवे मस्जिद मुहल्ला, खान टोली के रहने वाले हैं। पुलिस ने इस घटना में शामिल एक लोहे की दउली, एक लोहे का साबल, एक टीवीएस अपाची मोटरसाइकिल, चार मोबाइल, घटना के दिन पहना हुआ अभियुक्तों का कपड़ा व एक लेडिज स्टॉल बरामद कर लिया है।

एसआईटी के सामने बेलाल का स्वीकारोक्ति बयान:
चान्हाे के चटवल गांव में भाभी के घर आने-जाने के दौरान सूफिया परवीन से मेरी मुलाकात हुई। सूफिया ने पहले से ही शादीशुदा माे खालिद से प्रेम विवाह किया था। खालिद ने झूठ बाेलकर सूफिया से शादी की थी। इस वजह से दाेनाें में झगड़ा हाेता था। इसी बीच सूफिया से मेरी दाेस्ती हो गई। वह खूबसूरत थी, लेकिन परिवार गरीब था। मुलाकात के दौरान मैं उसे कुछ रुपए देता था। इसी क्रम में हम करीब आ गए। उसका पति बाहर रहता था, इस वजह से हमारे बीच संबंध भी बनने लगे। करीब एक वर्ष पहले सूफिया से मैंने निकाह कर लिया। लेकिन उसे नहीं बताया था कि मैं भी शादीशुदा हूं। साबाे उर्फ अफसाना खातून मेरी पत्नी है और दाे बच्चे भी हैं। सूफिया काे जब मेरी शादी की जानकारी मिली, ताे झगड़ने लगी। इधर, दूसरी शादी की जानकारी पर पहली पत्नी साबाे भी झगड़ा करने लगी। जिंदगी नर्क बन गई।

पिछले साल 29 मई काे सूफिया ने पिठोरिया थाना में मुझपर दहेज प्रताड़ना और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज करा दिया। दूसरे ही दिन पुलिस ने मुझे हथियार के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सूफिया ने ही जानकारी दी थी। मुझे बहुत गुस्सा आया। उसी समय मैंने उसे मारने की याेजना बनाई, लेकिन इस दौरान सूफिया अपने पहले पति माे खालिद के साथ दिल्ली चली गई। जेल से निकलने के बाद बदला लेने के लिए मैं सूफिया को खाेजते हुए दिल्ली गया और नवंबर में सूफिया काे लेकर राँची आ गया। 2 जनवरी काे मैंने सूफिया काे पहले पति माे. खालिद से 2 लाख रुपए दिलाने की बात कहकर झांसे में लेकर लाेधमा से लेकर रात 7 बजे चंदवे आया। फिर वहां से रात 8.30 बजे साबाे और सूफिया काे लेकर परसागढ़ा जंगल गया। पहले सूफिया का गला दबाया। सांस टूटते ही दउली से छह वार कर गर्दन उतार दी। नफरत दिखाने के लिए दउली से 10 से 11 वार किया और साबाे ने गुस्से में उसे निजी अंगों को काट दिया।

बता दें कि इस घटना के विरोध में लोगों ने सीएम का काफिला रोका था। लगातार लोगों के विरोध को देखते हुए सीएम को अपना मार्ग परिवर्तित कर आवास जाना पड़ा था। इस घटना के बाद प्रदेश में राजनीति गर्म हो गई थी।इस घटना के बाद राज्य में कई शब्दों का भी प्रयोग हुआ जो हमेशा याद रखा जाएगा।