Ranchi:रिम्स में जूनियर डॉक्टरों ने जमकर हंगामा किया,मरीज के परिजनों पर मारपीट का आरोप,वहीं,मरीज के परिजनों ने भी मारपीट और शव नहीं देने का आरोप लगाया,पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया मामला शांत हुआ।
राँची।राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में एक बार फिर डॉक्टरों और मरीज के परिजनों के बीच हंगमा। रिम्स में सोमवार की रात 9 बजे धनबाद के मरीज प्रमोद सिंह (40) की मौत होने के बाद परिजन और चिकित्सकों के बीच मारपीट हुई। इस घटना के बाद मंगलवार को रिम्स के जूनियर डॉक्टर ने जमकर हंगामा किया। वहीं परिजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही करने और उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए इमरजेंसी गेट के समक्ष धरना दिया।परिजनों का कहना था कि 12 घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक उन्हें मरीज का शव नहीं दिया गया है। जबकि जूनियर डॉक्टरों का आरोप है कि इमरजेंसी में कार्यरत महिला जूनियर डॉक्टर के संग बदतमीजी किया है मरीज के परिजनों ने,वहीं परिजनों का कहना है कि चिकित्सकों ने उनके साथ दुर्व्यवहार करते हुए मारपीट किया है। फिलहाल जूनियर डॉक्टरों ने इस मामले को लेकर थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई है।वहीं प्रबंधन से चिकित्सकों ने मांग की है कि काम करने के दौरान उन्हें सुरक्षा दिया जाए। साथ ही संबंधित परिजन की गिरफ्तारी की जाए।जिन्होंने महिला डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया है। अन्यथा मध्य रात्रि से कार्य बहिष्कार करेंगे। हालांकि इस घटना के दौरान इमरजेंसी सेवा थोड़ी देर तक प्रभावित रही।इस घटना के सम्बंध में मरीज के परिजनों के अनुसार 12 तारीख को धनबाद से किडनी का इलाज कराने के लिए मरीज को रिम्स लाया गया था। रात में अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उनलोगों ने चिकित्सकों से इलाज के लिए आग्रह किया। डाॅक्टर पैसा मांगने लगे और नहीं देने पर मारपीट की। जूनियर डाॅक्टरों का कहना है कि शाम 8 बजे के बाद मरीज की मौत हो गई थी। डाॅक्टर इसकी घोषणा कर रहे थे। तभी परिजनों ने मारपीट शुरू कर दी। महिला जूनियर डाॅक्टर के साथ बदसलूकी की। उस समय सैप के जवान भी ड्यूटी पर मौजूद नहीं थे।इधर, सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची और शव को परिजनों को सौंप दिया। परिजन शव लेकर अपने घर चले गए। अब मामला शांत हो गया है।