फर्राटे भरती गाड़ी में बिना सीट बेल्ट बांधे बैठकर पढ़ाई करते दिखे शिक्षा मंत्री
राँची। झारखण्ड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो हाल के दिनों में सुर्ख़ियों में थे। वजह थी इंटरमीडिएट में एडमिशन लेना। वे सिर्फ मैट्रिक (दसवीं) पास थे यह परीक्षा भी उन्होंने 28 साल की उम्र में पास की थी।
वहीं बुधवार को उन्होंने सोशल साइट पर उपनी एक वीडियो पोस्ट है जो तेजी से वायरल हो रहा। दरअसल, उन्होंने कार में पढ़ाई करते हुए वीडियो पोस्ट की है। साथ ही उन्होंने लिखा है कि… ”तो यह उनके ही लिए है…मैंने पुस्तकें खरीद ली हैं. जब-जहां अवसर मिलता है, पढ़ाई करता हूं। महान लोगों ने सड़क किनारे स्ट्रीट लाइट के नीचे, कभी रेलवे प्लेटफॉर्म पर बैठ कर पढ़ाई की है. वे सभी प्रेरणास्रोत हैं मेरे”
यह सब तो ठीक है शिक्षा मंत्री महोदय, आपकी यह पढ़ाई कइयों को प्रेरित करेगा। लेकिन वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि माननीय मंत्री जी अपने वाहन के आगे सीट में बैठकर सुरक्षा मानकों का अवहेलना करते हुए बगैर सीट बेल्ट बांधे सफर करते नजर आ रहे हैं। अब तो जनता पूछेगी ही कि श्रीमान आपने सीटबेल्ट क्यों नहीं लगाया?
बता दें कि जगरनाथ महतो की शिक्षा को लेकर जब सवाल उठे उस दौरान उन्होंने कहा था कि, जब शिक्षा मंत्री पद की शपथ ले रहा था, तभी कुछ व्हाइट कालर लोगों ने मेरी शैक्षणिक योग्यता को लेकर छींटाकशी की। वे अंग्रजी बोलने वाले लोग थे। उन्हें यह नहीं पता था कि लोकतंत्र में मंत्री बनने के लिए जनता का निर्वाचित प्रतिनिधि होना जरुरी है। इसके लिए संविधान ने कोई शैक्षणिक योग्यता तय नहीं की है. तभी मुझे लगा कि इन्हें जवाब देना चाहिए और मैंने आगे की पढ़ाई पूरी करने का निर्णय लिया।
उन्होंने यह भी कहा था कि, ग़रीबी के कारण मेरी पढ़ाई बीच में रुकी थी. अब ऐसा और किसी के साथ नहीं हो, इललिए हमारी सरकार ने हर पंचायत के एक स्कूल को माडल स्कूल बनाने का निर्णय लिया है। इन स्कूलों में अंग्रेजी की भी पढ़ाई करायी जाएगी, ताकि ग़रीबों के बच्चे भी महंगे प्राईवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की तरह अंग्रेजी बोल सकें।